120 कार से पांच टीमों में बाराती बनकर रेड को पहुंची आयकर विभाग की टीम, 58 करोड़ केश, 32 किलो सोना बरामद
ये छापेमारी भी किसी किसी फिल्मी ड्रामा से कम नहीं थी। छापेमारी करने गए सारे अधिकारी बाराती बनकर गए थे। पूरी कार्रवाई के लिए विस्तृत व्यवस्था की गई थी। इसमें 14 करोड़ रुपये के मूल्य के हीरे भी बरामद किए गए। आईटी विभाग ने 3 अगस्त से छापेमारी का अभियान शुरू किया था। इसके लिए 120 वाहनों का इस्तेमाल किया। हालांकि, सभी वाहन अलग-अलग चले गए। ताकि किसी को छापेमारी की सूचना न मिले। सभी वाहनों को इस तरह सजाया गया था, जिससे कि ऐसा लगे कि वे किसी के बारात के हैं। कुछ वाहनों में “दुल्हन हम ले जाएंगे” लिखा हुआ था। इस स्लोगन का अक्सर दूल्हे को ले जाने वाली कारों में इस्तेमाल किया जाता था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लगभग 250 आयकर विभाग के कर्मचारी और पुलिस अधिकारी छापे मारने के लिए “बाराती” का वेश बनाकर चले। टीमों ने स्टील, कपड़े और रियल एस्टेट में काम करने वाले दो व्यापारिक समूहों से संबंधित परिसरों, गोदामों और फार्महाउस पर छापे मारे। अधिकारियों का कहना है कि ये आइडिया मददगार रहा, क्योंकि वे करोड़ों के आभूषणों को जब्त करने में सफल रहे। छापेमारी के दौरान जब्त की गई नकदी को गिनने में अधिकारियों को करीब 13 घंटे का समय लगा। व्यापारिक समूहों द्वारा कथित कर चोरी के बारे में इनपुट के बाद तलाशी ली गई थी। आईटी विभाग ने छापेमारी के लिए 260 अधिकारियों की पांच टीमों का गठन किया था।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।