बड़े नेतृत्व को कलंकित कर सकता है वर्ष 2021, रोजगार की अपार संभावनाएं, जानिए राशिफल

वर्ष 2021 का आगाज पांच अंक से प्रारंभ हो रहा है। 2021 यानी 2+2+1=5। पांच का मतलब है कि स्वामी सूर्य। शुक्रवार के कन्या लग्न से प्रारंभ हो रहे नव वर्ष का आरंभ सबके लिए शुभ संकेत है। बड़े नेतृत्व के कलंकित रहने की भी संभावनाएं बन रही हैं। शुक्रवार अर्थात धन, धान्य, समृद्धि, एशवर्य और भोग में यह साल अग्रिम भूमिका निभाएगा। ये साल किसी भी प्रकार की कमी उत्पन्न न होने वाला वर्ष है। यहां इस साल की खासियत और राशियों के मुताबिक कैसा रहेगा यह वर्ष, इसके बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं देहरादून के आचार्य डॉ. संतोष खंडूड़ी।
बड़ा नेतृत्व हो सकता है कलंकित
यह साल श्रेष्ठ नेतृत्व से भरपूर रहेगा। तरल पदार्थों के भाव में वृद्धि रहेगी। धन, धान्य, साग, सब्जी, अनाज के अभाव के कारण इनके भावों में वृद्धि रहेगी। मौसम में भी समय समय पर परिवर्तन देखे जाएंगे। समय के अनुसार आहार, व्यवहार पर अंकुश लगाएं। अन्यथा रोगों में वृ्द्धि होगी। चांदी का भाव बढ़ेगा। सामाजिक दृष्टिकोण से परस्पर दूरी बनाने की स्थिति बनाए रखे। इसके कारण भी रोगों में वृद्धि हो सकती है। बड़े नेतृत्व के कलंकित रहने की भी संभावनाएं बन रही हैं।
आर्थिक दृष्टिकोण से बेहतर, रहना होगा दुश्मन देशों से सतर्क
आर्थिक दृष्टिकोण से शेयर बाजार में वृद्धि होने की पूर्ण संभावना है। जीडीपी अच्छे अंकों को प्राप्त करेगा। विरोधी देश किसी न किसी प्रकार की घुसपैठ की स्थिति बनाएंगे। सामान्य तौर पर धर्म पर आक्रमण करने का प्रयास किया जाएगा। कुरीति और कुनीति का तेजी से प्रचार होगा। नेतृत्व को मजबूत होने की आवश्यकता है।
नौकरियों की अपार संभावनाएं
नौकरियों की अपार संभावनाएं हैं। अर्थात रोजगार व स्वरोजगार की अपार संभावनाएं बन रही हैं। सामान्य तौर पर परिवारों में विवाद की स्थिति बन रही है। यह वर्ष अत्यधिक गर्मी व वर्षा भी प्रदान करेगा। भूस्खलन और कुछ न कुछ दैवीय आपदाएं भी दिखाई देंगी। यह वर्ष सूर्य ग्रह से प्रभावित रहेगा। अर्थात सूर्य की आराधना करें।
राशिफल
मेष-
मेष राशि का स्वामी मंगल है। यह वर्ष मेष राशि के लिए श्रेष्ठ, उत्तम फल देने वाला, भातृ (भाई बहन) प्रेम बढ़ाने वाला, प्राक्रम बढ़ाने वाला, भूमि से संबंधित लाभ देने वाला, पुत्र योग्य या पुत्र प्रदान करने वाला रहेगा। इस जातक के लिए शारीरिक कष्ट की संभावनाएं भी हैं। रक्त से संबंधित विकार रहेगा। मंगल की पूजा करें। मंगल को हनुमानजी का व्रत लें और आहार में चटपटा न खाएं। विद्यार्थियों के लिए उत्तम, सरल और सफल रहेगा।
वृष-
इस राशि का स्वामी शुक्र है। यह वर्ष इस राशि के जातकों के लिए कष्ट, क्षति प्रदान करने वाला, व्यापार में नुकसान, भय प्रदान करने वाला, किसी प्रकार के लाभ में कमी, अभाव, आत्मबल को कमजोर करने वाला रहेगा। व्यापारी व नौकरी वालों के लिए सावधान होने का संकेत दे रहा है। राहू का दान करें। विद्यार्थियों के लिए यह वर्ष बहुत उत्तम नहीं हैं। भ्रमित करने वाला वर्ष रहेगा। झाडू़, सतनाजा, नारियल दान कर गाय की पूजा करें।
मिथुन-
मिथुन राशि का स्वामी बुद्ध है। इस राशि के जातकों के लिए यह वर्ष अपार संभावनाओं को जोड़ने वाला होगा। व्यापार, नौकरी में पूर्ण सफलता प्रदान करेगा। मित्रों के साथ अच्छा व्यवहार करें। मित्रों से लाभ मिलेगा। आगे आप नए नए कार्यों में अपना भाग्य आजमा सकते हैं। विद्यार्थियों के लिए यह वर्ष श्रेष्ठ है। बुद्ध ग्रह के लिए पन्ना धारण करें। पेड़ पौधों में जल चढ़ाएं।
कर्क राशि-
कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है। इस राशि वालों के लिए यह वर्ष अपार सुख, समृद्धि, एश्वर्य प्रदान करने वाला है। यह वर्ष विद्यार्थियों के लिए भी उत्तम रहेगा। व्यापार व रोजगार वालों के लिए भी बेहतर संकेत हैं। राजनेताओं के लिए भी यह वर्ष श्रेष्ठ फल प्रदान करने वाला रहेगा। यह वर्ष हर प्रकार से सभी के लिए उत्तम फल प्रदान करने वाला है। पूर्णिमा का व्रत कर चंद्रमा की पूजा करें।
सिंह राशि-
सिंह राशि का स्वामी सूर्य है। यह वर्ष सिंह राशि के जातकों के लिए अपार रोजगार प्रदान करने वाला है। नेताओं के लिए शुभ व सफलता प्रदान करने वाला रहेगा। नेतृत्व मजबूत होगा। राष्ट्र अपने मान सम्मान को आगे बढ़ाएगा। विद्यार्थियों के लिए सफलता का साल रहेगा। सूर्य की आराधना करें। रविवार का उपवास लें।
कन्या राशि-
इस राशि का स्वामी बुध है। जातकों के लिए उत्तम है। रोजगार की संभावनाएं हैं। विद्यार्थियों के लिए सफलता देने वाला है। व्यापारियों के लिए उत्तम संयोग है। पर्यावरण की दृष्टि से यह वर्ष अच्छा रहेगा। पेड़ को जल दें। गाय को चारा दें। आपके कष्टों का निवारण होगा।
तुला राशि-
इस राशि का स्वामी शुक्र है। इस राशि के जातक गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें। शरीर में खाज, खुजली, परेशानियां, कार्य में बाधाएं बनेंगी। अपने लिए आहार पर नियंत्रण रखें। कटु, तीखा, कसाय, तेज मसालेदार भोजन से परहेज करें। अनावश्यक विवाद में न फंसे। नए कार्यों पर सोच विचारकर पैसा लगाएं। मित्रों से सावधान रहें। दूध और घी का दान करें। गाय की सेवा करें। विद्यार्थियों के लिए यह वर्ष सामान्य है।
वृश्चिक राशि-
इस राशि का स्वामी मंगल है। यह वर्ष जातकों के लिए सफलता प्रदान करने वाला है। साथ साथ रोग वृद्धि करने वाला भी है। दुर्घटना व परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। विवाद से बचें। कोर्ट, कचहरी जाना पड़ सकता है। विद्यार्थियों के लिए यह साल सामान्य है। व्यापारियों के लिए यह वर्ष पीड़ाकारक रहेगा। नौकरी वालों के लिए यह साल विवादग्रस्त भी रह सकता है। मंगल का व्रत लें, हनुमानजी की आराधना करें। बंदरों को भोजन कराएं।
धनु राशि-
इस राशि का स्वामी वृह्स्पति है। रोजगार की अपार संभावनाएं रहेंगी। आय के स्रोत बढ़ेंगे। पारिवारिक विवाद, अपने से बड़ों के साथ विवाद, सिर से संबंधित चोट, तनाव बढ़ सकता है। विद्यार्थियों के लिए यह वर्ष सफलता प्रदान करने वाला, सामान्य के लिए कर्जा बढ़ाने वाला रहेगा। वृहस्पति की पूजा करें। ब्राह्मण का सम्मान करें। पीली वस्तुओं का दान करें।
मकर राशि-
मकर का स्वामी शनि है। यह वर्ष मकर राशि के जातकों के लिए सफलता प्रदान करने वाला, विद्यार्थियों के लिए उत्तम। न्याय दिलाने वाला वर्ष रहेगा। किसी भी प्रकार की बाधाओं और विपदाओं से बचाने वाला साला रहेगा। यह साल वैराग्य प्रदान करने वाला भी रहेगा। रोजगार के लिए सामान्य, न्यायालय में काम करने वालों के लिए यह साल लाभ देने वाला रहेगा। कठिन मेहनत करने वालों (श्रमिक) को भोजन कराएं। वस्त्र दान करें।
कुंभ राशि-
कुंभ राशि का स्वामी शनि है। यह वर्ष कुंभ राशि के जातकों के लिए सामान्य और वैराग्य प्रदान करने वाला रहेगा। उद्योग में लाभकारी रहेगा। किसी भी प्रकार की बाधाओं और विपदाओं से बचाने वाला साला रहेगा। कठिन मेहनत करने वालों (श्रमिक) को भोजन कराएं। वस्त्र दान करें।
मीन राशि-
इस राशि का स्वामी वृहस्पति है। यह वर्ष विद्यार्थियों के लिए उत्तम रहेगा। सफलता प्रदान करने वाला यह साल कभी कभी संशय की स्थिति पैदा करेगा। सोच विचार कर व्यापार में पैसा लगाएं। यह साल आपकी यात्राओं का योग बना रहा है। पेट से संबंधित कष्ट रहेंगे। तेल की वस्तुएं ज्यादा प्रयोग न करें। मसालेदार भोजन से परहेज करें। प्रशासकों के लिए यह वर्ष चिंताजनक है। राजनेताओं के लिए संशय की स्थिति पैदा करेगा। गुरुओं, ब्राह्रमणों का सम्मान करें। पीली वस्तुओं का दान करें। नारायण की पूजा करें।
आचार्य का परिचय
आचार्य डॉ. संतोष खंडूड़ी
(धर्मज्ञ, ज्योतिष विभूषण, वास्तु, कथा प्रवक्ता)
चंद्रविहार कारगी चौक, देहरादून, उत्तराखंड।
फोन-9760690069
-9410743100
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।