घर घर शौचालय को गुलदार ने चिढ़ाया मुंह, सात साल के बच्चे जबड़े में जकड़ा, ताऊ ने बचाई जान
कितना प्रचार कर लिया कि घर घर शौचालय। इसे लेकर फिल्म भी बनी, लेकिन हकीकत कुछ अलग है। उत्तराखंड में गुलदार ने ही घर घर शौचालय के नारे को मुंह चिढ़ा दिया। पौड़ी जिले के विकासखंड द्वारीखाल के ग्राम ठांगर पो बाडियूं के निवासी मोहन सिंह के बेटे कार्तिक कुमार पर गुलदार ने आज शनिवार यानि कि 21 सितंबर की सुबह सात बजे हमला कर दिया। उसे गुलदार ने जबड़े में जकड़ लिया। गनीमत रही कि बच्चे के ताऊ ने गुलदार को देख लिया। बच्चे के ताऊ कुलदीप ने साहस दिखाया और गुलदार के कब्जे से बच्चे को छुड़ाने के हर संभव प्रयास किए। आखिरकार उन्होंने गुलदार के जबड़े से कार्तिक को छुड़ा दिया। घायल बच्चे कार्तिक को राजकीय संयुक्त चिकित्सालय सतपुली में प्राथमिक उपचार देने के बाद एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
घर घर शौचालय की पोल यहां खुलती है, जब पता चलता है कि शनिवार सुबह कार्तिक और उसकी छोटी बहन चार वर्षीय माही शौचालय गये थे। तभी गुलदार ने अचानक कार्तिक पर हमला कर दिया। पिता मोहन सिंह अपनी दैनिक दिनचर्या से मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। वह घर पर नहीं थे। मोहन सिंह का शौचालय नहीं है। ऐसे में घर के सदस्य शौच के लिए घर से बाहर जाते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्तिक पर गुलदार ने हमला किया तो तभी उसके ताऊ ने किसी तरह बच्चे को गुलदार के कब्जे से छुड़ा दिया। कार्तिक की हालत गंभीर बताई जा रही है। गुलदार के हमले से क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। क्षेत्र के लोगों ने वन विभाग से गुलदार को पिंजरा लगाकर पकड़ने की मांग की है। क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि वन विभाग गुलदार को पकड़ कर एक जगह से दूसरी जगह छोड़ देते हैं, जिससे गुलदार जगह-जगह आत्मघाती हमला कर देते हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।