Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

August 3, 2025

25 अप्रैल को खुलेंगे विश्वप्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट, अन्य तीनों धामों के कपाट खुलने की तिथि पहले से तय

श्री केदारनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष में मंगलवार 25 अप्रैल को प्रात: 6 बजकर 20 मिनट पर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुलेंगे। इससे पहले 20 अप्रैल को भैरवनाथ जी की पूजा होगी तथा 21 अप्रैल शुक्रवार को भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली उखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर से केदारनाथ के लिए प्रस्थान करेगी। श्रीकेदारनाथ धाम उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। इससे पहले अन्य तीन धाम गंगोत्री, यमुनोत्री एवं बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तिथि तय हो चुकी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पहले दिन पंचमुखी डोली ओंकारेश्वर मंदिर से रवाना होकर विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में विश्राम करेगी। 22 अप्रैल को रात्रि विश्राम हेतु डोली फाटा पहुंचेगी। 23 अप्रैल को पंचमुखी डोली फाटा से रात्रि विश्राम हेतु गौरीकुंड पहुंचेगी। 24 अप्रैल को पंचमुखी डोली गौरीकुंड से केदारनाथ धाम पहुंचेगी तथा 25 अप्रैल मंगलवार प्रात: 6 बजकर 20 मिनट पर श्री केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए दर्शनार्थ खुलेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

आज शनिवार शिवरात्रि के अवसर पर पंचकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में आयोजित धार्मिक समारोह में पंचाग गणना पश्चात विधि-विधान से श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति, पंचगाई हक-हकूकधारियों सहित केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज तथा श्रद्धालुगणों, स्थानीय प्रशासन की उपस्थिति में आचार्य वेदपाठियों द्वारा श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की गयी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उल्लेखनीय है कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष 27 अप्रैल बृहस्पतिवार को खुल रहे हैं। वहीं, परंपरागत रूप से अक्षय तृतीया को श्री गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलते हैं। इस वर्ष अक्षय तृतीया 22 अप्रैल को है। चैत माह में श्री गंगोत्री-यमुनोत्री मंदिर समितियों द्वारा कपाट खुलने के समय की घोषणा की जाएगी। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में विधिवत रूप से चारधाम यात्रा शुरू हो जाती है। साथ ही चारों धामों में आगामी छह माह तक पूजा अर्चना होती है।

Bhanu Prakash

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *