गंगा में बहकर आई लाशें, घाट पर लग गया अंबार, बोली सरकार-दूसरे राज्य के हैं शव

बिहार के बक्सर जिले में इंसानियत को शर्मशार करने वाली तस्वीर सामने आई है। चौसा के महदेवा घाट पर लाशों का अम्बार लग गया है। लाशों के अम्बार ने गंगा में स्थित घाट को ढक दिया। हालांकि, जैसे ही इस घटना का वीडियो सामने आया जिला प्रशासन के कान खड़े हो गए। जिला प्रशासन ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि ये उत्तर प्रदेश की लाशें हैं, जो यहां बहकर आ गई है।
चौसा के बीडीओ अशोक कुमार ने बताया कि ये करीब 40 से 45 लाशें होंगी, जो अलग अलग जगहों से बहकर महदेवा घाट पर आ कर लग गई हैं। उन्होंने बताया कि ये लाशें हमारी नहीं हैं। हम लोगों ने एक चौकीदार लगा रखा है, जिसकी निगरानी में लोग शव जला रहे हैं। ऐसे में ये शव उत्तरप्रदेश से बहकर आ रहे हैं और यहां पर लग जा रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि यूपी से आ रही लाशों को रोकने का कोई उपाय नहीं है। ऐसे में हम इन लाशों के निष्पादन की तैयारी में हैं।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि लाशें वे फूली हुई हैं और कम से कम पांच से सात दिनों से पानी में हैं। हमें जांच करने की जरूरत है कि वे कहां से हैं, यूपी के किस शहर से हैं। इस घटना को लेकर शहर और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल और इनसे होने वाले संक्रमण को लेकर चिंता है।
एक ग्रामीण ने पत्रकारों से कहा कि जिला प्रशासन के एक अधिकारी आए और कहा कि इन शवों को साफ करने के लिए उन्हें 500 रुपये दिए जाएंगे। बताया गया है कि चौसा घाट की स्थिति काफी दयनीय है। कोरोना संक्रमण के कारण यहां रोज 100 से 200 लोग आते हैं और लकड़ी की व्यवस्था नहीं होने के कारण लाशें गंगा में ही फेंक देते हैं। जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का डर बना हुआ जबकि प्रशासन कोई भी मदद नहीं कर रहा है। एसडीएम सदर केके उपाध्याय ने भी यही कहा कि ये बिहार की नहीं उत्तर प्रदेश की लाशें हो सकती हैं। क्योंकि हमारे यहां लाशें जलाने की परंपरा है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
सब लीपापोती है बिहार सरकार निकम्मी है