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June 2, 2025

हार्ट अटैक से पहले शरीर दे देता है ये संकेत, यदि कर लोगे पहचान तो बच जाएगी जान

जब किसी व्यक्ति की दिल का दौरा पड़ने से मौत होती है तो अक्सर यही कहा जाता है कि वह तो ठीक था। कुछ देर पहले ही उसे देखकर ऐसा नहीं लग रहा था कि उसे दिल का दौरा पड़ेगा। ये कैसे हो गया। ये जानना जरूरी है कि हृदय या दिल हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। हमारा दिल ही पूरे शरीर ब्लड पंप करता है। इस कारण ये ही सभी अंगों को ऑक्सीजन मिलती है। गलत खानपान और खराब जीवनशैली के कारण आजकल कम उम्र में ही लोगों को दिल से जुड़ी समस्याएं हो रही हैं। हार्ट फेलियर एक गंभीर और घातक समस्या है, जिसमें हार्ट शरीर की जरूरत के अनुसार ब्लड पंप नहीं कर लगा है। इस स्थिति में हार्ट की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और वह सही तरीके से काम नहीं कर पाता है। इसके कारण हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है, जिससे व्यक्ति की मृत्यु हो सकती है। यहां ये जानना जरूरी है कि अचानक से हार्ट अटैक नहीं आता है। हार्ट फेल होने से पहले शरीर ही इसके संकेत देने लगता है। इसे अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। या फिर ऐसे संकेतों को नहीं पहचानते हैं। ऐसे में हार्ट अटैक पड़ने पर जब तक चिकित्सक के पास मरीज को ले जाया जाता है, तो कई बार रास्ते में ही उसकी जान चली जाती है। हम यहां उन संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे पहचानकर पहले ही इलाज कराया जा सकता है और मरीज की जान बचाई जा सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

हार्ट अटैक के प्रमुख कारण
पुरुष के लिए 45 वर्ष से ज्यादा और महिलाओं के लिए 55 वर्ष से अधिक उम्र होने पर दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक होती है। व्यस्त जीवन शैली के कारण अनियमित आहार, जंक फूड खाना, या अधिक मसालेदार भोजन दिल के दौरे का कारण बनता है। दिल के दौरे का उच्च जोखिम विरासत में भी मिल सकता है। उच्च रक्तचाप के वजह से हृदय पर अनावश्यक तनाव रहती है। अधिक मात्रा में वजन बढ़ जाने से दिल पर ज़ोर पड़ता है। धूम्रपान और मादक द्रव्यों का सेवन करने वालों को दिल के दौरे का खतरा होता है। साथ ही जो भी तनावपूर्ण कार्य करते हैं, या जो अपने व्यक्तिगत जीवन में लम्बे समय तक तनाव से गुज़रते हैं, वे दिल के दौरे के जोखिम का सामना कर सकते हैं। इनके अलावा, एनजाइन यानि दिल में ऑक्सीजन की कमी, उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर, शरीर की निष्क्रियता और डायबिटीज दिल के दौरे के जोखिम का कारक है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सांस लेने में परेशानी भी है प्रमुख लक्षण
सांस लेने में कठिनाई महसूस होना हार्ट फेलियर का एक प्रमुख लक्षण है। अगर आपको किसी शारीरिक गतिविधि के दौरान सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए। ज्यादातर मामलों में यह समस्या रात को सोते समय ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ज्यादा मेहनत के बहैर की थकान महसूस होना
अगर आपको बिना ज्यादा मेहनत किए या पर्याप्त आराम करने के बाद भी बहुत ज्यादा थकान महसूस होती है, तो इसे नजरंदाज न करें। अत्यधिक थकान होना भी हार्ट फेलियर का एक लक्षण हो सकता है। दरअसल, जब हार्ट सही से ब्लड पंप नहीं करता है, तो मस्तिष्क तक ब्लड की सही सप्लाई नहीं हो पाती है। इसकी वजह से आपको थकान और हाथ-पैरों में कमजोरी महसूस हो सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

शरीर में सूजन भी है लक्षण
हार्ट फेल होने से पहले शरीर में सूजन भी नजर आ सकती है। यह सूजन शरीर के विभिन्न अंगों के नजर आ सकती है। ऐसा तब होता है जब शरीर में ब्लड फ्लो सही तरीके से नहीं हो पाता है। अगर आपको भी शरीर के कुछ अंगों में सूजन दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

दिल की धड़कन तेज होना
हार्ट फेलियर के लक्षणों में तेज दिल की धड़कन भी शामिल है। अगर दिल जोर-जोर से धड़कना शुरू कर दे, तो यह हार्ट फेलियर का संकेत हो सकता है। इसे भूलकर भी इग्नोर नहीं करना चाहिए। ऐसी स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए।
पसीना
शरीर से बहुत अधिक पसीना निकलना भी हार्ट अटैक का एक लक्षण हो सकता है। खासतौर से अगर आपको कम तापमान यानी ठंड में भी पसीना आ रहा है तो ये समस्या और गंभीर हो सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण
-हार्ट अटैक के इन निश्चित लक्षणों को महिलायें अक्सर मामूली समझ कर नजरअंदाज कर देते हैं। महिलाओं के सीने में और स्तन मैं दर्द होना, शरीर के ऊपरी भाग में यानि गर्दन, पीठ, दांत, भुजाएं और कंधे की हड्डी में तेज़ दर्द होना भी दिल का दौरा पड़ने के लक्षण हो सकते हैं।
-चक्कर आना, बेचैनी महसूस करना, या सिर घूमना, जी मचलाना, उलटी, पेट खराब होना आदि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक दिखाई देते हैं। दिल में गहराई तक जेक रक्त पहुंचाने वाली दायीं धमनी अवरुद्ध हो जाने के वजह से अक्सर ऐसा होता है।
-जबड़े में दर्द होना महिलाओं में हार्ट अटैक के प्रमुख लक्षण है क्योंकि इसके पास जो नसें होती हैं वे आपके हृदय से निकलती हैं। ये दर्द थोड़ी-थोड़ी देर में होता है।
-सांस लेने में परेशानी, खांसी का दौरा और भारी सांस लेना (एक अध्ययन से पता चला है कि 42 % महिलाएं जिन्हें हार्ट अटैक आया उन्हें इस समस्या का सामना करना पड़ता है।
-55 साल उम्र के महिलाओं में हॉर्मोन्स के बदलाव के वजह से अचानक पसीना आना बहुत सामान्य होते है। हालांकि, अचानक पसीना आने पर ये हार्ट अटैक के लक्षण भी हो सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पुरुषों में हार्ट अटैक के लक्षण
-लगातार खर्राटे लेना और सोते समय पर्याप्त ऑक्सीजन न खींच पाना हार्ट अटैक के संकेत हो सकते है। नींद पूरी न होना हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा देता है। इसका इलाज जल्द से जल्द होनी चाहिए।
-टहलने पर पैरों में दर्द हार्ट अटैक आने का संकेत हो सकता है। धमनियों का संकुचित हो जाने और रक्त प्रवाह बाधित होने पर जोड़ों में, पेट और सिर मैं खून कम पहुँचता है और पैरो में खून की कमी के वजह से दर्द होता है।
-पेट में दर्द होना और ऊपरी पीठ दर्द होना। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

डॉक्टर से लें मदद
हार्ट अटैक के लक्षणों पर ध्यान दें और अगर कुछ नए लक्षण महसूस हो रहे हैं और वे दूर नहीं हो रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। जब अपने अंदर शारीरिक बदलाव दिखे सावधान हो जाएं। इसे काम के प्रेशर के चलते होने वाली कमजोरी या फिर कोई दूसरा कारण समझ कर अनदेखी ना करें तुरंत अपने नजदीकी अस्पताल या डॉक्टर से संपंर्क करें। बाद में पछताने से अच्छा है कि डॉक्टर से सुझाव लें और सुरक्षित रहें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

हृदय रोग से उबरने के लिए जरूरी उपचार
बदलती जीवनशैली, गलत खान-पान और अस्वास्थ्यकर खाने की आदतों ने हमारे दिल को नुकसान पहुंचाया है, हालांकि कुछ तरीके या साधन हैं जिन्हें अपनाकर आप बहुत आसानी से अपने दिल के दौरे से उबर सकते हैं।
डाइट
अगर आप जल्दी में कुछ भी खाते हैं, तो अपनी आदत को जल्दी छोड़ दें क्योंकि आपको अपने मेटाबॉलिज्म और शारीरिक सक्रियता के अनुसार ही कैलोरी लेनी चाहिए। डेली डाइट या मिताहार करें।संतुलित और पौष्टिक खाना वजन नियंत्रण और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। अगर आप हार्ट प्रॉब्लम से पीड़ित हैं, तो आपको अपने आहार में फल, सलाद, हरी सब्जियाँ, साबुत अनाज शामिल करना चाहिए। आपको अपने दिन के भोजन में तेल और घी की खपत को बहुत कम करना चाहिए। धूम्रपान से भी दूरी बनाएं रखना भी ज़रूरी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

निर्धारित व्यायाम
निर्धारित व्यायाम हमारे शरीर और सेहत को स्वस्थ रखने में बहुत महत्वपूर्ण है। नियमित व्यायाम न केवल आपके दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है, बल्कि कई रोग से हुमारे शरीर को दूर रखते हैं। दिन में कम से कम 30 मिनट के लिए कोई भी व्यायाम करें या आप कम से कम 30 मिनट के लिए पार्क जा सकते हैं। ऐसा करने से आप अतिरिक्त वसा जलाएंगे और आपका कोलेस्ट्रॉल स्तर भी नियंत्रित रहेगा। जितने अधिक सक्रिय लोग होते हैं, दिल का दौरा पड़ने का खतरा उतना ही कम होता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्डियक रिहैब
कार्डिएक रिहैबिलिटेशन आपके दिल के भविष्य को बेहतर बना सकता है। ये एक मेडिकली सुपरभाईज़ड कार्यक्रम है। इसमें तीन महत्वपूर्ण भाग होते हैं-
-व्यायाम, परामर्श और प्रशिक्षण
-हृदय-स्वस्थ रखने का शिक्षा
तनाव कम करने के लिए काउंसिलिंग
आपके डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट के साथ-साथ परिवार और दोस्तों की मदद आप तनाव कम करने के लिए ले सकते हो। यदि तनाव कम होगा तो आपको हार्ट प्रॉब्लम से जुड़ी परेशानी कम हो सकतीहै। इसके साथ ही ऐसी जीवनशैली और आदतों में सुधार लाना भी जरूरी है, जिससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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