आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी है उत्तराखंड की भाजपा सरकार, श्रम कल्याण बोर्ड की हो सीबीआइ जांचः धस्माना
उत्तराखंड कांग्रेस ने राज्य की भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार के मामले में जम कर हमला किया। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि पिछले साढ़े चार साल में भाजपा शासनकाल में जमकर भ्रष्टाचार हुआ। चाहे वो त्रिवेंद्र सिंह रावत हों, या तीरथ सिंह रावत, या अब पुष्कर सिंह धामी। तीनों ही का ही कार्यकाल निराशाजनक है। इसमें भ्रष्टाचार को ही बढ़ावा मिला। पूरी सरकार इसमें शामिल है।
धस्माना ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह के कार्यकाल में जीरो टॉलरेंस का जुमला खूब चला, लेकिन लोकायुक्त बिल विधानसभा में पहले ही सत्र में आया और ऐसा गायब हुआ कि अब आखरी सत्र आ गया वो कहीं दिखाई नहीं दे रहा है। सरकार का कोई जिम्मेदार जवाब नहीं दे रहे हैं कि वो बिल जो प्रवर समिति को भेजा गया था, आखिर जादुई झोले से कहाँ गायब हो गया। धस्माना ने कहा कि इसी तरह त्रिवेंद्र ने बड़े गर्व से सदन में खड़े हो कर ऐलान किया था कि सैकड़ों करोड़ के एनएच 74 घोटाले की जांच सीबीआइ करेगी। त्रिवेंद्र जी बेचारे पूर्व सीएम भी हो गए, लेकिन सीबीआई अब तक दिल्ली से देहरादून नहीं पहुंच पाई। एनएच में दोषी करार दिए अधिकारी मलाईदार पदों पर सुशोभित हैं।
धस्माना ने कहा कि हरिद्वार के महाकुंभ में हुए टैस्टिंग महाघोटाले ने तो राज्य की नाक पूरे देश और दुनिया में ही कटवा दी। सनातन परंपरा के सबसे बड़े पर्व को कोरोना का सुपर स्प्रैडर करार करवा कर मां गंगा को बदनाम करवा दिया। उन्होंने कहा कि धामी सरकार के मंत्री श्रम कल्याण बोर्ड में हुए घोटाले की जांच करवाए जाने पर जांच करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की बात कर रहे हैं। जो अत्यंत शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि तीनों मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल में हुए घोटाले व भ्रष्टाचार एक से बढ़ कर एक हैं। अगर मुख्यमंत्री अपनी सरकार को पारदर्शी जीरो टॉलरेंस की सरकार करार देते हैं, तो वे तत्काल श्रम कल्याण बोर्ड में हुए भ्रष्टाचार की जांच सीबीआइ से करवाने व और कोरोना टेस्टिंग घोटाले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करवाने के आदेश करें।
धस्माना ने मुख्यमंत्री धामी की उस घोषणा को भी हवा हवाई करार दिया, जिसमें उन्होंने परिवहन व्यवसाय से जुड़े लोगों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। धस्माना ने कहा कि एक साल पहले यही घोषणा त्रिवेंद्र सिंह रावत, फिर तीरथ सिंह रावत ने की थी। अब वही घोषणा पुष्कर सिंह धामी कर रहे हैं, लेकिन आज तक किसी को फूटी कौड़ी की भी मदद नहीं की गई। प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्ता गरिमा दसौनी, प्रदेश महिला कांग्रेस सचिव पिया थापा, प्रदेश कांग्रेस सचिव महेश जोशी, सुलेमान भी उपस्थित रहे।





