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September 23, 2024

शो रूम में हुई डकैती के आरोपी ने हिरासत में ही पुलिस पर चला दी गोली, पुलिस की लापरवाही पर सवाल

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घटनाक्रम की जानकारी देते पुलिस अधिकारी

देहरादून में एक माह पूर्व रिलायंस के ज्वेलरी शोरूम में हुई लूट के एक आरोपी विक्रम को दून पुलिस और एसटीएफ ने यूपी से गिरफ्तार किया। फिर उसे दून में लाया गया। उसने पुलिस को बताया कि लूट के दौरान प्रयुक्त हथियार को उसने जंगल में छिपाया हुआ है। इस पर पुलिस हथियार की बरामदगी को लेकर जंगल में उसे लेकर पहुंचती है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने इसी हथियार से पुलिस पर हमला किया और जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाई। इससे आरोपी के पैर पर गोली लगी। अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या ये कहानी सच है। यदि सच है तो इसमें पुलिस की ही लापरवाही सामने आ रही है। जिन पुलिस के अधिकारी और कर्मचारियों को लेकर वाहवाही लूटी जा रही है, उन पर तो लापरवाही को लेकर कार्रवाई होनी चाहिए। आखिर हिरासत में लिए गए आरोपी को पुलिस पर गोली चलाने का मौका कैसे मिल गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ये है लूट की घटना
गुरुवार नौ नवंबर 2023 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में राज्य स्थापना दिवस समारोह में भाग लेने पहुंची थी। दावे किए गए कि इस दिन चप्पे चप्पे में पुलिस तैनात है। इसी सुबह सुबह देहरादून के राजपुर रोड स्थित रिलायंस के ज्वेलरी शोरूम में कीमती आभूषणों को सजाने की तैयारी चल रही थी। तभी चार या पांच लोग ग्राहक बनकर अंदर घुसे और गन प्वाइंट पर कर्मचारियों को बंधक बना लिया। बदमाशों ने कर्मचारियों को पेंट्री में बंद किया। सभी के हाथ प्लास्टिक की रस्सी से बांध दिए। बदमाश यहां से करोड़ों रुपये के हीरे और सोने के जेवरात लूट कर ले गए। घटना सुबह की थी और पुलिस को भी इसकी भनक काफी देर बाद लगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

अब तक आठ अभियुक्त हो चुके हैं गिरफ्तार
इस मामले में दून पुलिस अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने परोक्ष और अपरोक्ष रूप से बदमाशों का सहयोग किया। बताया गया कि अन्य चार अभियुक्तों की तलाश के लिए दून पुलिस तथा एसटीएफ की टीमों की ओर से अलग-अलग प्रांतो में लगातार दबिशें दी जा रही थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पीलीभीत से गिरफ्तार किया गया अभियुक्त
पुलिस के मुताबिक, पुलिस टीम को आठ दिसंबर को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि डकैती की घटना में शामिल एक अभियुक्त विक्रम कुशवाहा पीलीभीत में छुपा है। इस पर एसटीएफ और पुलिस टीम ने यूपी के जनपद पीलीभीत में कजरी निरंजनपुर कस्बे में दबिश देकर अभियुक्त विक्रम कुशवाहा को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद उसे पूछताछ के लिए देहरादून लाया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

विक्रम ने पुलिस को दी ये जानकारी
देहरादून में अभियुक्त से विस्तृत पूछताछ में उसने बताया कि नौ नवंबर 2023 को रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में उसने अपने अन्य साथियों के साथ डकैती की घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद पुलिस चेकिंग से बचने के लिये घटना में प्रयुक्त पिस्टल को प्रेमनगर क्षेत्रान्तर्गत शिमला बाईपास रोड पर जंगल में छिपा दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

हथियार बरामदगी को पहुंची पुलिस, फिर चली गोली
इतनी जानकारी मिलते ही पुलिस टीम अभियुक्त को साथ ले जाकर पिस्टल व अन्य सामान की बरामदगी के लिए जंगल में पहुंची। पुलिस के मुताबिक, शिमला बाईपास से अन्दर जंगल में पिस्टल बरामदगी कराने के दौरान अभियुक्त ने मौका देखकर पूर्व में जंगल में छुपाई गई लोडेड पिस्टल से पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने की नीयत से फायर कर दिया। साथ ही मौके से भागने का प्रयास करने लगा। पुलिस टीम ने अपने बचाव में अभियुक्त पर जवाबी फायर किया गया। इसमें अभियुक्त के पैर पर गोली लग गई। पुलिस द्वारा मौके पर अभियुक्त को दबोचते हुए उसके पास से लोडेड पिस्टल को बरामद करते हुए अभियुक्त को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

विक्रम कुशवाह ने बताई ये कहानी
पूछताछ में अभियुक्त विक्रम कुशवाहा ने बताया गया कि बिहार जेल में बंद अभियुक्त शशांक व सुबोध के कहने पर उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर रिलायंस शोरूम में डकैती की घटना को अजांम दिया था। घटना से पूर्व 31 अक्टूबर 2023 को अभियुक्त बिहार से अपनी गैंग के अन्य साथियो रोहित व अन्नू के साथ स्विफ्ट डिजायर कार से अम्बाला आया था। अम्बाला में उतरने के बाद वह सीधे बिजनौर पहुँचा। जहां 05/06 नवम्बर को उसे 02 व्यक्तियो द्वारा घटना में प्रयुक्त आर्टिगा गाडी दी गई थी। इसे लेकर वह देहरादून आया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

डकैती के बाद गाड़ियां छोड़ी और हथियार छिपाए
उसने बताया कि घटना से पूर्व प्रिंस ने उसे तथा घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों को अस्लहे उपलब्ध कराये गये थे। घटना को अंजाम देने के लिये अभियुक्त प्रिंस, अभिषेक तथा 02 अन्य लोगों के साथ शो रूम में गया था। अभियुक्त विक्रम आर्टिगा कार के साथ शो रूम के बाहर रूका था। घटना को अंजाम देने के बाद वे सभी अलग-अलग रास्तों से सहसपुर की ओर निकले तथा रास्ते में शंशाक तथा सुबोध के कहने पर उन्होंने सेलाकुई में सूनसान इलाके में अपनी -अपनी गाडियां छोड दी। साथ ही अपने हथियार जंगल में छुपा कर अलग-अलग माध्यमो से वे सभी देहरादून से बाहर निकल गये। उसने बताया कि लूटे गए आभूषण अविनाश व राहुल ले गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गिरफ्तार किया गया आरोपी
विक्रम कुमार कुशवाहा (34 वर्ष) पुत्र राम प्रवेश सिंह, निवासी ग्राम पानापुर दिलावरपुर थाना बिदुपुर, वैशाली बिहारष
पूर्व में गिरफ्तार हुए अभियुक्तों का विवरण
1- विशाल कुमार पुत्र शिवनाथ सिंह निवासी पानापुर दिलावरपुर थाना बिदुपुर, वैशाली बिहार।
2-अमृत कुमार पुत्र सुरेश सिंह निवासी इनायतपुर परबोधि थाना सराय वैशाली, बिहार।
3-अखिलेश कुमार उर्फ अभिषेक उर्फ गांधी (21 वर्ष) पुत्र स्व वैदनाथ सिंह नि- ग्राम बसंतपुर पोस्ट – मथुरापुर, जिला थाना बाजपटही, जिला सीतामढी, बिहार।
4- कुन्दन कुमार (27 वर्ष) पुत्र कामेश्वर प्रसाद निवासी विसम्भरापुर पोस्ट – मधुबनी, थाना साहेबगज, जिला मुज्जफरपुर, बिहार।
5- मोहम्मद आदिल खान (29 वर्ष) पुत्र स्व मतलूब असगर निवासी मौहल्ला मिल्लट नगर स्टार computer Intitute के सामने फुलवारी शरीफ थाना फुलवारी शरीफ, पटना, बिहार।
6- आशीष कुमार (23 वर्ष) पुत्र सुनील सिंह, निवासी बल्थी नरसिंह, थाना साहेबगंज, जिला मुजफ्फरपुर, बिहार।
7- अकबर (25 वर्ष) पुत्र जाहिद निवासी फैयाज नगर थाना सैद नागली, जिला अमरोहा, उत्तर प्रदेश। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

विक्रम से बरामदगी
1- 7.62 एम0एम0 पिस्टल: 01
2- जिंदा कारतूस: 05
3- खोखा कारतूस – 01
पुलिस टीम
01: आरबी चमोला, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ
02: निरीक्षक अबुल कलाम एसटीएफ
03: निरीक्षक यशपाल बिष्ट एसटीएफ
04: निरीक्षक राजेश शाह कोतवाली नगर
05: निरीक्षक मुकेश त्यागी, एसओजी प्रभारी देहात
06: उनि नरोत्तम बिष्ट एसटीएफ
07: उनि प्रदीप रावत व0उ0नि0 कोतवाली नगर
08: उनि विपिन बहुगुणा एसटीएफ
09: अउनि देवेन्द्र भारती एसटीएफ
10: कां देवेन्द्र ममगाई एसटीएफ
11: कां दीपक चन्दौला एसटीएफ
12: कां विरेन्द्र राणा एसटीएफ
13: कां विश्वास कोतवाली नगर
14: कां चालक विपिन एसओजी
15: कां प्रदीप रावत कोतवाली नगर
16: कां जयकृत एसओजी देहात
17: उनि केजी मठपाल एसटीएफ
18: मुआ महेन्द्र गिरी एसटीएफ
19 मुआ मोहित वर्मा एसटीएफ
20: का. रविन्द्र बिष्ट एसटीएफ
21: कां गुरूवंत सिंह (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

यहां खड़ा होता है सवाल
एक डकैती या लूट का आरोपी यदि पुलिस की हिरासत में है और उसे 21 लोगों की टीम ने हिरासत में लिया हुआ है, तो वह इन सबकी आंखों में धूल कैसे झोंक सकता है। हम पुलिस के कथन पर सवाल नहीं उठा रहे हैं, लेकिन सवाल ये उठा रहे हैं कि यदि आरोपी ने पुलिस पर गोली चलाई तो क्या पुलिस उस दौरान लापरवाह नहीं थी। क्योंकि आरोपी को जंगल में पुलिस ने हाथों से भी पकड़ रखा होगा। हो सकता है उसके हाथ में हथकड़ी भी लगाई गई हो। ऐसे में किसी आरोपी का पुलिस पर हमला करना और जिस पर हमला किया उनमें किसी को गोली ना लगना कुछ अजीबोगरीब लगता है। हम किसी अपराधी का समर्थन नहीं करते हैं। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इसके लिए उसे कोर्ट में पेश करने के बाद सही तरीके से मुकदमा लड़ा जाए। साथ ही इस डकैती में लूटे गए आभूषण की सौ फीसदी बरामदगी हो।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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