देहरादून में सौंग नदी में आई बाढ़ से दस लोग और ऋषिकेश में भगदड़ से पांच लोग घायल, जानिए क्या है सच
गुरुवार 20 अप्रैल की सुबह से ही आपदा कंट्रोल रूम के फोन घनघनाने लगे। पहले सूचना मिली की सौंग नदी में बाढ़ आ गई। इसमें दस लोग घायल हो गए। इस पर रेस्क्यू टीम मौके पर रवाना हुई तो दूसरी खबर ये आई कि ऋषिकेश बस अड्डे में भगदड़ मच गई। मौके पर सात से आठ हजार लोग मौजूद थे, लेकिन भगदड़ में पांच लोग घायल हुए। फिर खबर आई कि उत्तरकाशी में बादल फटने से आई बाढ़ में 12 श्रद्धालु लापता हो गए। इस पर कंट्रोल रूम पहुंचकर सीएम धामी ने खुद ही रेस्क्यू आपरेशन पर नजर रखनी शुरू कर दी। ये हकीकत नहीं है, बल्कि हकीकत की भांति एक अभ्यास है। जी हां, देहरादून में आज सरकारी मशीनरी की ओर से मॉक ड्रिल की गई। क्योंकि जल्द ही चारधाम यात्रा शुरू होनी है। इसके मद्देनजर मशीनरी को चुस्त बनाने के लिए ऐसा अभ्यास मॉक ड्रिल का आयोजन हर साल किया जाता है। ताकि यदि सच में कोई घटना को तो कहीं कोई चूक नहीं हो पाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आपदा प्रबंधन कार्यालय में कंट्रोल रूम पर दूरभाष पर समय 9: 50 बजे प्राप्त सूचना के अनुसार महाराणा प्रताप स्टेडियम के समीप ओआईसिस स्कूल के पास नदी पर बाढ़ आने से तटीय क्षेत्र में स्कूली बच्चो के फँसे होने की सूचना है। जिस पर जिलाधिकारी एवं रिस्पांस ऑफिसर सोनिका ने आईआरएस को सक्रिय करते हुए, आईआरएस से जुड़े सभी अधिकारियों को तत्काल अपने अपने दायित्व का निर्वहन करने के निर्देश दिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आपदा परिचालन केंद्र पर प्राप्त सूचना के अनुसार प्रातः 10:20 बजे ऋषिकेश बस स्टेशन पर भगदड़ मचने की सूचना प्राप्त हुई। इंसीडेंट कमांडर उपजिलाधिकारी ऋषिकेश ने स्थिति संभालने के लिए सम्बंधित थाना, चौकी की फोर्स को तत्काल मौके पर पहुंचने के लिए सूचित कर दिया गया है। ऋषिकेश में बस स्टैंड में मची भगदड़ में लगभग 7 से 8 हजार लोग मौजूद थे। 5 लोगों के घायल होने की खबर है। इनमें 3 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया है। तथा 2 गंभीर घायलों को एम्स रेफर कर दिया गया।