भीषण गर्मी से यहां का तापमान पहुंचा 49.5 डिग्री सेल्यियस, लू लगने से अब तक जा चुकी है 134 लोगों की जान
कनाडा में तो भीषण गर्मी अब कहर बरपा रही है। कनाडा इन दिनों लू के भीषण थपेड़ों से जूझ रहा है और इस गर्मी के चलते मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।
जून के माह में गर्मी से भारत सहित दुनिया भर के लोग जूझ रहे हैं। भारत में इस बार कई शहरों में मानसून की बारिश ने तेजी नहीं पकड़ी। उमस और गर्मी से लोग बेहाल हो गए हैं। दुनियां के दूसरे देशों से भी गर्मी की ऐसी ही सूचनाएं आ रही हैं। कनाडा में तो भीषण गर्मी अब कहर बरपा रही है। कनाडा इन दिनों लू के भीषण थपेड़ों से जूझ रहा है और इस गर्मी के चलते मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। अधिकारियों के अनुसार, देश के वेंकूवर क्षेत्र में हुई कई मौतों को भीषण गर्मी की लहर से जोड़कर देखा जा रहा है। कनाडा में अब तक का सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया है। सिटी पुलिस डिपार्टमेंट और रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस के ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, गर्मी के कारण वेंकूवर एरिया में शुक्रवार से कम से कम 134 लोगों की जान जा चुकी है। अकेले वेंकूवर पुलिस डिर्पाटमेंट ने ही कहा कि उसे शु्क्रवार से ऐसी 65 अचानक मौतों के बारे में जानकारी मिली है, इसमें से ज्यादातर भीषण गर्मी से संबंधित हैं।कनाडा ने मंगलवार को लगातार तीसरे दिन नया सर्वकालीन ऊंचा तापमान दर्ज किया। देश के वेदर सर्विस के अनुसार, वेंकूवर से 250 किलोमीटर लेटन, ब्रिटिश कोलंबिया में पारा 121 डिग्री फारेनहाइ (49.5 डिग्री सेल्यियस) तक जा पहुंचा। पुलिस सार्जेंट स्टीव एडिसन कहते हैं कि वेंकूवर ने इससे पहले, कभी इस तरह की गर्मी का अनुभव नहीं किया और इसके कारण दर्जनों लोगों की मौत हो रही है। अन्य स्थानीय नगरपालिकाओं का भी कहना है कि उन्हें भी लोगों की अचानक मौत के बारे में जानकारी मिल रही है। हालांकि उनकी ओर से इस बारे में फिलहाल कोई आंकड़ा नहीं दिया गया है। खबरों के मुताबिक क्लाइमेट चेंज की वजह से भीषण गर्मी पड़ रही है। वैश्विक स्तर पर 2019 सबसे गर्म साल था।
दूसरी ओर अमेरिका में ओरेगन राज्य का सबसे बड़ा शहर पोर्टलैंड भीषण गर्मी का सामना कर रहा है। बीते शनिवार को शहर में गर्मी के सारे रिकॉर्ड टूट गए। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि शहर के निवासियों को इतिहास की सबसे भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। शहर में लू चलने से पारा बहुत अधिक बढ़ गया है। दुकानों में पोर्टेबल एयर कंडीशनरों और पंखों की आपूर्ति मांग से कम पड़ गई है। अस्पतालों ने बाहर टीकाकरण शिविर रद्द कर दिए हैं। शहरों में कूलिंग केंद्र खुल गए हैं और बेसबॉल खेल प्रतियोगिताएं रद्द कर दी गयी हैं।





