करवा चौथ पर्व पर शिक्षिका हेमलता बहुगुणा की कविता-हे चांद तुम्हारे चरणों में

हे चांद तुम्हारे चरणों में
मैं करवा भरकर लाई हूं
लम्बी उम्र रखना पति की
यह वरदान मांगने आई हूं।
सदा सुहागिन बनीं रहूं मैं
मैं सिंदूर लगाकर आई हूं
कोई कष्ट न आये पति पर
वह वरदान मांगने आई हूं।
लाल चुनरी लाल साड़ी का
श्रृंगार मैं पूराकरके आई हूं
सदा सजी रहें यह अंग में
वरदान मांगने आई हूं ।
सुख सम्मति बनी रहे घर में
दुःख न कोई आये उन पर
पतिदेव का साथ रहे हमेशा
यह वरदान मांगने आई हूं।
पति हमेशा रहें साथ में
साथ हमारा बना रहें
हंसता जीवन गुजरे उनका
यह वरदान मांगने आई हूं।
हे चांद तुम्हारे चरणों में
मैं करवा भरकर लाई हूं
सदा सुहागिन बनीं रहूं मैं
यह वरदान मांगने आई हूं।
कवयित्री का परिचय
नाम-हेमलता बहुगुणा
पूर्व प्रधानाध्यापिका राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय सुरसिहधार टिहरी गढ़वाल, उत्तराखंड।