एक - हैंक म , बोलद रै गिवां.अफी छकी , अफि पकी गिवां.क्या पायि-क्या ख्वायी, अबतक-तोलदा- मोलदा , अफतैं रै...
दीनदयाल बंदूणी
स्वाचा-स्वाचा, भलु-भलु स्वाचा,भलु सोचिक, भलु - ज्यू ह्वे जांद.बगत - बगत, सोची - सोची क -बित्यूं बगत, कबि याद भि...
प्यारू उत्तराखंड " तेरा जिल्लौं से बड़ि छायू , प्यारू उत्तराखंड.बीस साल ह्वीं राज्य बड़्यां , प्यारू उत्तराखंड.. करि आंदोलन...
तेरि-मेरी मन कि बात मान नि मान हे मनखी, मिं-जणदु मन कि बात.न लगौ ग्वाया यथ-वथ, कर भितर ह्यन कि...
" अधूरु जीवन " जीवन म सबि धांणी- गांणी , कब ह्वीं पूरी.सच बोन ज्यूकि सोचीं बात, रै जांद अधूरी.....
सदनि बटि इनीं हमरि रै नौं धरैं , सदनि बटि इनीं.तुमरि रै बीट तरै , सदनि बटि इनीं.. लोगौं धान...
'हमरु इत्यास. डॉडी - कॉठ्यूं क हम , छवां रैवासी.हम छवां गढवऴी भैजि, पाड़ा का वासी.. सीधी च बोलि हमरि...
" कुटमदरि " रऴि - मिऴि , रावा त,नांगि-कांगि , बंटे जयंद.दगड़म हो , सयंणु दिल-बोल्यूं बि , सये जयंद.....
" एक दिल हूंद " दिल सब्यूं , भितर हूंद.दिली त हूंद , जो रूंद.दिल जड़द- पच्छ्यड़द-भितनैं रूंद , भैनैं...