हे! माटी हम तेरी संतान बनें तन को पवित्र करने वाली हे! माटी, तुम हमारी माता,हम तुम्हारे पुत्र बनें। तेरे...
Teacher and poet
हमारु उत्तराखंड भारत माँ कु शीष हिमालय अखण्ड कतना प्यारू कतना स्वाणू हमारु उत्तराखंड गंगा यमुना कु उद्गम बद्री विशाल...
मैं सड़क हूं मैं सड़क हूं,कई बार बनती, कई बार टूटती। मैंने तुम्हें अपनों से जोड़ा, लेकिन क्यों लोगों ने,...
पथ पर चलता जा हे पथिक! तू निर्भय होकर पथ पर अपने बढ़ता चल। राहों में कर रहीं इन्तजार ठोकरें...
जाग जा हे! पथिक रात का घना अंधेरा, सुनसान सड़को पर राही गुम हो गए। जाग जा हे! पथिक, अब...
परिंदों का आशियाना मेरे मृदुल वन में जब, परिंदों की गुंजन होती है। हृदय खुश हो जाता तब, उनकी जब...
न निकले आंसू बेवजह आज दूरियां बनी है दिलों में, देख रहा मैं चारों ओर से। मैं तो बंधा रहूंगा...
नहीं घमंड मन में मुझे क्या घमंड होगा मन में, मैं तो मिट्टी का एक छोटा कण हूं। जनम इसी...
बीती यादें कुछ यादें छोड़ पीछे, ये दौर भी गुजर जाएगा। शायद यकीन है मुझे, फिर से जहान मुस्कुराएगा।। दुखी...
कद्र करना सीखो सख्ती सहन कर लो पिता की तुम, एक दिन काबिल बन जाओगे। गौर से सुनो बाते पिता...