प्रकृति प्रेमी कुंवर बर्तवाल मैं आज सभी के, करुण स्वर सुन चुका। पर मेरी वेदना, कोई गा न सका।। ये...
Poem
श्रीदेव सुमन! शत् शत् नमन! तुम हिमालय के लाल जो बने टिहरी रियासत के काल सुमन जी ! तुम तो...
वीर सपूत कफ्फू चौहान ये मेरे गढ़ भूमि वासियों, जरा याद करो ये कुर्बानी। उप्पू गढ़ का गढ़पति था वो,...
माता पिता के लिए उपकार होती हैं बेटियाँ, घर-आँगन को महकाये वो फूल होती हैं बेटियाँ। मान-सम्मान, अभिमान होती हैं...
चाहरदीवारी….घर तो बनाना, पर चाहरदीवारी ना बनानामंजिलें बढ़ा लेना,पर ये बीमारी ना बनानाखुले रहने देना, घर के आंगनों को..बच्चों के...
श्री नंदादेवीनंदा देवी में बसते उत्तराखंड के प्राण हैं ,नंदा राज राजेश्वरी उत्तराखंड की ध्याण हैं।नंदा देवी ग्राम ग्राम में...
" अधूरु जीवन " जीवन म सबि धांणी- गांणी , कब ह्वीं पूरी.सच बोन ज्यूकि सोचीं बात, रै जांद अधूरी.....
इतना काफी है। तू मेरी रातो का चमकता चॉद नही…पर तू कही और रोशन है….इतना काफी है। माना अब वक्त...
विभावनी भोर गोधूलि सी आज हुई भोर,आसमान में छाये बादल।घुमड़ -घुमड़ घनघोर,बरस रहा है अमृत जल। अंधकार मिटा कर,नन्हीं नन्हीं...
"इष्ट द्यवतौं बंदना" " दोहे " जख भी रौंला हम सदनि, लिंदवां तुमरू नाम.तुम इष्ट देवता हमरा , बड़ैं -...