दर्पणप्रतिबिंब देखने को पूरा दर्पण आधा पूरा हैलेकिन दूरी तय कर लो तो उसके बिना अधूरा हैदर्पण के हो बहुत...
Mukund Nilkanth Joshi
प्रो. धीरेंद्र शर्मा लिखित प्रकाशित पुस्कत UNCHARTED LIFE’S JOURNEY से एक अंश। प्रो. धीरेंद्र शर्मा जेएनयू से सेवानिवृत्त हैं। इस...
रेलगाड़ी की बर्थ का सन्देश तीन शून्य एक शून्य एस दो की पन्द्रह हूँ। खाली नहीं कभी रहती जो बर्थ...
वंदे मातरम आइये गायें सभी मिल गान वंदे मातरम्। है हमारी अस्मिता पहचान वंदे मातरम्।। इस देश के गौरव भरे...
मैं सरकस का सिंह रहा सुखमय मम जीवन।मिला किंतु अब बड़ा कठिन ही है यह कानन।।बिना कष्ट था भोजन मिलता...
मच्छर कमला रहती सदा कमल में और हिमालय पर शंकरश्रीहरि सोते सागर जल में कारण एकमात्र मच्छरविनोद के ये वचन...
शिला-सागर संवाद"व्यर्थ तुम्हारा सारा श्रम है, भ्रम सब हो जायेगा दूरकितनी भी बलवान लहर हो कर दूँगा मद सारा चूरजाने...
बिजलीतांबे की तार से गुजर जाती है बिजलीन मिलता है प्रकाश, न मिलती है गरमीमगर वही बिजली जब टंगस्टन की...