मुसीबत कभी बता कर नहीं आती। यह आती है और चली जाती है। मुसीबत से कई बार व्यक्ति आसानी से...
loksaakshya Special
सच कहो तो मन की भावनाओं को शब्दों में बयां करना मैं लीला से ही सीखा। उस लीला से जो...
इस जीवन की कड़वी सच्चाई मौत भी है। जब एक बार कोई इस धरती पर आता है, तो उसका जाना...
जीते जागते सोचो तो ख्वाब। नींद में देखो तो सपना। सच ही है कि ख्वाब में व्यक्ति का अपना जोर...
इस गांवों में अब तो चिड़ियों ने भी चहचहाना छोड़ दिया। पहले कभी चिड़ियों की चहचहाट से सुबह होती थी...
बचपन में जब भी देहरादून से पिताजी के साथ मसूरी जाता, तो पैदल यात्रा करनी पड़ती थी। तब शहनशाही आश्रम...
बारह साल की उम्र में जब मुझे साइकिल मिली तो मुझ पर घर के छोटे-छोटे काम की जिम्मेदारी भी आ...
देहरादून के डोईवाला स्थित शिक्षा, स्वास्थ्य व सामाजिक विकास के क्षेत्र में आयाम स्थापित कर चुका स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय...
जब मैं करीब पांच साल का था। तब बड़े भाई को साइकिल मिली और चोरी भी हो गई। इसके बाद...
आज विश्व साइकिल दिवस है। नेता लोगों से लेकर कई सामाजिक संस्थाओं से जुड़े लोग एक दिन के लिए साइकिल...