न छौंका मारा दैं न तुक्का मारा दै अपणो का खातिर एक पहल करा धै न कैसी डरा धै न...
Garhwali poetry
दग्ड्यों तुम्हरी मुखड़ी मेरी इमिन्युटी बढांद तुम्हरी जिकुड़ी मेरी एंटीबाडी जमांद तुम्हरो हैंसणों मेरी वैक्सीन छ तुम्हरो ब्वन बच्याणो मेरी...
आश को उमाळ छ। फिर ऐगी सू कोरोना, तेज तैकी चाल छ। फिर घरों म कैद दुनिया,दुखी छ बेहाल छ।...
बिक्रम संवत - नै साल ब्रह्मा जी ना- श्रृष्टि रच , दगड़म बड़ै विधान. आर्यव्रत का श्रृषियौंन, लिखि ग्रंथ-बढै मान.....
पुरणि-होऴि पैल्या होली- होरि छै, अब ह्वे ग्याई- हौरि. हुलियारौं-आंण देखिक, सरैल जांदा-डौरि.. तब- हुलयारौ आंद छा, गौं- गौं द्वारौं-...
शीत बीतीगे, बसन्त ऐगे, धरती मा देखा हैर्याळी छैगे। प्रीत का रंग मा सभ्यूं तैं रंगैगे, ऐगि होळी कू त्योहार,...
टालु कुजणि कख हरचि सु टालु, जु छोटु भि रौन्दू छौ अर बडु भी कुजणि कख हरचि सु टालु जु...
नेगी दा! गीत हम भी लांदा बोल हम भी लिखदा|| गीत हम भी सुणदा, गीत हम भी जणदा|| नेगी दा...
बटोई चल कभी है बटोई , मेंरा गौ भी औदु || त्वे दिखोलु भुतैरा मडुलु, त्वे घुमोलु गौ की सारी...
फागुण बीतीगे चैत लगीगे, बीटा पाख्यूं मा फ्यूँलि खिलीगे। ऊँची डाण्ड्यों मा बुराँश खिलीगे, फूलों कू ऐगि त्योहार, दगड़्यों चैत...