ऑख्यूं अगनै माना न माना, जीवन बि एक भरम च. कैसे नि मललव, बस ! ऑख्यूं शरम च.. ऐसक्रीम समान...
Garhwali Ghazals
ज्यूंदु छूं स्वींणा सास- बिस्वास दिलांद, ज्यूंदु छूं. सुवेर उठि - अफथैं जपकांद, ज्यूंदु छूं.. धार-छोड़ौं फरि अयूं, आज सब्यूं...
पुरणि याद फाणा- पंगतौंम बैठि, कबि खॉड़ु खायी तुमन.हतौंम हत डाऴि , झौंड़ा-चौंफऴा गायी तुमन.. खॉड़ा की पंगत्यूंम बैठि, यख...
सदनि बटि इनीं हमरि रै नौं धरैं , सदनि बटि इनीं.तुमरि रै बीट तरै , सदनि बटि इनीं.. लोगौं धान...