नौछमि-नारैंण नौछमि नारैंण छु मीं, जन्म ल्यूंलु आज. मना मंसा पूरि करलु, मंग्यूं- द्यूंलु आज.. मिंछु दगड़्यूं-कु दगड़्या, मिन-दग्ड़ु निभै,...
Deendayal Banduni
उर्ययूं काम क्वि बि उर्ययूं काम, जब न तब पुर्यये जांद. ऐंडा- बैंडौं कु, कबि-कबि ऑखि घुर्यये जांद.. पैंसा ह्वे...
बग्त कि धुरि बग्त की धुरि- घूमि-फिरि, अज्यूं- वखि आंद. सयूं- सयूं दौड़णां बाद बि, यो ज्यू-यखि आंद.. मन्खी मन...
अकेलापन झिट घड़ी अकेलापन, कन कटणां कु आंद. जिंदगी सुख- दुख, दगड़म बटणां कु आंद.. अकेल्म रै, याद आंद कबि...
टेडि खीर यो जीवन समझणु-समझांणु, टेडि खीर च. जो एक - हैंका काम ऐ- जा, वी सूरवीर च.. बीरौं कि...
दग्णु एक भलु दग्णु, मन्खि थैं कख-पौंछै दींद. एक बुरु दग्णु, मन्खि थैं कख- गिरै दींद.. जमीन से जुड़िक-खूब पढिक,अग्नै...
बिक्रम संवत - नै साल ब्रह्मा जी ना- श्रृष्टि रच , दगड़म बड़ै विधान. आर्यव्रत का श्रृषियौंन, लिखि ग्रंथ-बढै मान.....
रोज़ा उठा-पोड़ रोज़-रोज़ा उठा-पोड़ मा,दिन इनी ठिलेंणा छन. एक- हैंका दगड़ि, बोलि- चालिक बितेंणा छन.. एक समै छौ, रात-दिन काम-काजे...
हिकमत जंजोऴौ बात न कैर, योत रात- दिन रैंदा छन. फिरोड़ा- फिरोड़ लगीं रैंद, इना दिन चैंदा छन.. जतगा छीं...
" जीवन जींणा चाह " बरसौं , जीवन जींणा बाद बि,ज्यू की धीत , किलै नी भ्वरदी.रूखू - सूखू ,...