जो किसी निर्दोष को दुख देता है, उसे कभी सुख की प्राप्ति नहीं होती । भगवान उसका सुख धीरे-धीरे छीन...
साहित्य
पहाडों की गोद में पहाड़ों की गोद में हीरा दबा सा है,पहाड़ों की गोद में हीरा दबा सा है।इसके भीतर...
नफरतों के बयान रहने दो।कुछ तो अम्नो-अमान रहने दो।। कल सियासत के काम आएंगे।ये सुलगते मकान रहने दो।। है वतन...
लगे भवानी लाडली ,गिरिनंदिनी राजकिशोरी ।मै तो तुझे मनाऊं माता ,सुन लो विनती मोरी ।। अहो सलोना रूप तेरा मां...
फरिश्तों के घर से ,फलक से उतर के ।मैं किसी के घर आई ,किसी की गोदी में समाई ।। किसी...
मलिन मास गया,कोरोना का काल गया।नवरात्र के अवसर पर,मां भगवती का वास हुआ। शरद ऋतु का साथ मिला,वान पैंय्या का...
साथ 1— आसमान मे —देते हैं लाखों तारे ,चांद का साथ । 2— यह प्रकृति —कहे सदा सबका,सच्चा साथ दो...
(उत्तराखंड के सभी शिल्पकारों का प्रतिनिधित्व करती हुई यह कथा पूर्णतया काल्पनिक है। किसी से संयोग होने पर उसे मात्र...
डॉ. श्याम सिंह शशि की संस्मरण पुस्तक 'जीवन पथ पर' एक गहन अनुभूति के साथ आई है। इसमे डॉ. शशि...