प्रेमिका कैसे लिखूँ , तुझे शब्दों में।कैसे तुझे बयाँ करूँ।अविरल, अभिलाषा है तेरी।कैसे प्रेम का रस पान करूँ।मन में तेरा...
युवा कवि
संविधान की रग-रग में 26/11 का खून बहता दिखता है,राष्ट्र की संप्रभुता और एकता पर प्रश्नचिन्ह लगता दिखता है,सहज में...
सड़क किनारे जिंदगी मूक देखती रह जाएगी खून से सने हाथों से गिरेबाँ पकड़ी जाएगी,सामंती तलवारें नन्हें हाथों में लहराएंगी,गठजोड़ों...