मैं जागरूक मतदाता हूँ, मत से आभार जताता हूँ। मेरे मत से सरकार बने, मैं भारत का मतदाता हूँ।। ई...
पढ़िए भूपेन्द्र डोंगरियाल का भजन- प्रभु राम
ले अद्दा त्यारु,अद्दा म्यारु, मिल बाँटी खौंला जमा फण्ड। सरकार तेरी,जनता मेरी, हम चलौंला उत्तराखंड। हम चलौंला उत्तराखंड।। हमन स्वाच...
लाचार च त्यारू गौं भुलाओ उत्तराखण्ड का, धारा-पन्यारा बिसिकि गीं। धुर्पली का पाथर रैडिकि, ज़मीन म खिसिकि गीं। ल्यो देखो...
राम को अपना धाम खोजने की क्या पड़ी जरूरत है। राम तो घट-घट के वासी हैं हर तन में उनकी...