इनै मोबैल उनै टेलीविजन इनै मोबैल - उनै टेलीविजन, चल़णू च. कैथैं यो - कैथैं वो प्रोग्राम, भलु लगणू च.....
गजल
जीव हर- जीव दुन्यम, अपणु घर-बार रचद. एक मनखि च, जो दगड़म संसार रचद.. खांणु - पीणु रैण - सैण,...
अचकल्यूं अचकल्यूं कनु-अणजांण सी, जीवन ह्वेगे. लतोण्यूं- पतोण्यूं बेजांण सी, जीवन ह्वेगे.. करणी-धरणी कुछ नि रैगे, मौज हुण लगीं, खालि-...
जिंदगी संसकारौं- कि- धरोड़, हूंद जिंदगी.. ज्यू भितर छुपी- मरोड़, हूंद जिंदगी.. मन्खि मन-जन चा़ंद, उनि-बड़ि जांद, मन कु क्वी-कोड़-छोड़,...
माँ का दिल दुख बेटे का देख पिघलता क्यूँ है। देखकर चोट वो मरहम उसे मलता क्यूँ है।। होती है...
कुछ सोच ज़रा देखो, लालच तो बुराई है। लालच ने हँसी जग की, दिन रात चुराई है।। की तुमने जमाखोरी,...
उठा-पोड़ सरा राती- उठा-पोड़ म, जरा बि निंद नि ऐ. ज्यू-ज्यान बचांणां-दौड़ म, जरा बि निंद नि ऐ.. यो क्यांकु...
कनु-बिज़ोग कख- कख बटि कख- तक लेखण, स्वाचा. बनि- बनी दुन्या कख- तक देखण, स्वाचा.. ब्वना कु मन्खी-दूर तक पौंछ,...
हे प्रभु तू ही तू मन्खी ज्यूम - कन रिटदी, कतगै बानी - गाणि. बिधातन भागम क्या लिख, कैना कुछ...
आस मेरा ज्यू बतौ, दुखेरु- क्यांकु हूंणी छै. किलै खमोसि भितनै, क्यांकु रूंणी छै.. यो- अजोक- बिजोक, त्वेकु हि नि...