मां सरस्वती हे मां सरस्वती, तू प्रज्ञामयी मां चित्त में शुचिता भरो, कर्म में सत्कर्म दो बुद्धि में विवेक दो...
कालिका प्रसाद सेमवाल
बालिकाये सरल हृदय की होती है बालिका सरस्वती की वाणी होती है, बालिका ही दुर्गा कल्याणी होती है। बालिका को...
मानवीय संवेदनाओं से घिरी है बहुत तिरस्कृत हुई है नारी। जब भी उसने कुछ कहना चाहा उसे मान मर्यादा का...
शिक्षक शिष्य का भाग्य विधाता शिक्षक दिवस अति पावन है, सब शिक्षक जनों का अभिनंदन है। जो भी शिक्षकों को...
शब्द बौने हो गए प्रातःकाल चारों ओर देखता हूँ, हरियाली ही हरियाली है सूर्य की पहली किरण , वसुंधरा पर...
हे केदारनाथ जी हे केदारनाथ जी मुझे अपने मंदिर में सुलगती अगरबत्ती बना दो जिससे मेरे अवगुण दूर हो सद्...
भारत भूमि को शत् शत् वंदन है पूजनीय है ये भारत भूमि तेरी वसुधा पर जन्म लिया है, नित पूजा...
राजकीय शिक्षक संघ के पूर्व प्रान्तीय प्रवक्ता कालिका प्रसाद सेमवाल ने कहा है कि शिक्षा विभाग की ओर से हाल...
भोलेनाथ तुम दया निधान आशुतोष तुम संकट हारी दया करो हे कृपा निधान भव भय भंजन सुख के धाम हे...
एक बार तुम फिर से जागो एक बार तुम फिर से जागो, प्रेम की गंगा पुनः बहाओ, दूसरों के लिये...