और रात आ जाती हैपर्वत की पीठ पर बैठा सूरजस्थिर नहीं रहता।लुढ़कता हुआ,धार के पार चला जाता है।केवल रक्तिम आभा-क्षितिज...
कविता
आओ बच्चों तुम्हें बताएं,एक दिसम्बर खास है।विश्व एड्स दिवस आज,करना इसका आगाज है। सबसे पहले ये जानो,बीमारी ये लाइलाज है।मानव...
ठूँठ हाँ मै हूँ एक टूटा दरख़्त,अकेला गुमनाम एक ठूँठ।पर मायूस नहीं हूंँ,न मन मलीन है मेरा। वर्षा ऋतु की...
माँ माँ और माँ का प्यार निराला है,उसने ही मुझे सम्भाला है।मैं मम्मी के बिना नहीं,और मम्मी मेरे बिना नहीं...
इगास बग्वाल उत्तराखंड का रीति -रिवाज,कख हरची होला आज।दाना सयाणू की रखी पछयांण,कख हरची होली इगास बग्वाल। चौक, तिवरी, डिन्डयाली,...
ये आई मैं किस दुनिया में ऊंचे मध्य हिमालय की इन ,गहन घाटियों की गोदी में ।ओढ़ ओढ़नी हरियाली की,सहज...
लौटेगा क्या बीता बचपन ? लौटेगा क्या मीठा बचपन अरु वह ऊर्जावान जवानी ,मित्र पुराने साथी- सहपाठी अरु जीवन कथा...
फिर उसने जिंदगी से अलविदा कह दिया होगा फ़ुर्सत के पलों मे बैठकर सोंचती हूँक्यों कोई अपनी जिंदगी से रुख्सत...
मैं सरकस का सिंह रहा सुखमय मम जीवन।मिला किंतु अब बड़ा कठिन ही है यह कानन।।बिना कष्ट था भोजन मिलता...
अपने अंदर छुपा दिया,या जाने कहाँ गुमा दिया,तू वैसा का वैसा फिर मुझको क्यों बदल दिया।दर्पण बता बचपन कहाँ? वो...