शादी के दो माह बाद कांग्रेस नेत्री की पुत्रवधु की संदिग्ध मौत, गुस्साए लोगों ने घर में की तोड़फोड़, बेटे को भी पीटा
हरिद्वार में कांग्रेस नेत्री पूनम भगत की पुत्रवधु की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने पर मायके पक्ष के लोगों ने घर पहुंचकर जमकर तोड़फोड़ की। इस दौरान नेत्री के बेटे की भी पिटाई की गई।

हरिद्वार में कांग्रेस नेत्री पूनम भगत की पुत्रवधु की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने पर मायके पक्ष के लोगों ने घर पहुंचकर जमकर तोड़फोड़ की। इस दौरान नेत्री के बेटे की भी पिटाई की गई। बीचबचाव में आए नौकर को भी पीटा गया। पुलिस ने नेत्री के बेटे को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। तनाव के चलते पीएसी तैनात कर दी गई है। बताया जा रहा है कि दो माह पहले ही कांग्रेस नेत्री के बेटे ही शादी हुई थी।
पति की भी हुई थी हत्या
मामला ज्वालापुर के मोहल्का देवतान का है। कांग्रेस नेत्री पूनम भगत के पति घनश्याम भगत की साल 1992 में गैंगवार के चलते कचहरी में हत्या कर दी गई थी। गिरीश बहुगुणा ने भरी कचहरी में घनश्याम भगत को गोलियों से भून डाला था। चूंकि हरिद्वार तब उत्तर प्रदेश का हिस्सा था, इसलिए घनश्याम भगत का नाम उस समय पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नामचीन बदमाशों के साथ जुड़ता था। पूनम भगत के एक बेटा व एक बेटी है। बेटी की कुछ साल पहले ही शादी हो चुकी है। दो माह पहले बेटे की शादी में नामचीन हस्तियों ने शिरकत की थी।
बताया गया कि फांसी लगाकर की आत्महत्या
पुलिस के मुताबिक ज्वालापुर के मोहल्ला देवतान निवासी कांग्रेस नेत्री पूनम भगत के बेटे शुभम उर्फ शिवम की शादी करीब दो माह पहले पड़ोस में ही रहने वाले तीर्थ पुरोहित महेंद्र गौतम की बेटी यशिका से हुई थी। बुधवार दोपहर पुलिस को सूचना मिली कि यशिका ने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। ज्वालापुर कोतवाली के एसएसआइ सुनील रावत पुलिस टीम के साथ पूनम भगत के घर पहुंचे तो यशिका का शव बेड पर पड़ा हुआ था। उसके गले में दुपट्टे का फंदा पड़ा हुआ था।
गुस्साए मायकेवालों ने जमकर की तोड़फोड़
बेटी की मौत की सूचना पर मायके वाले और आसपास के निवासी पूनम भगत के घर पहुंच गए। गुस्साए मायके वाले और पड़ोसियों ने हंगामा करते हुए गमले, खिड़कियां तोड़ डाली। कुछ युवकों ने शुभम को पकड़कर पिटाई कर दी। बचाव में आए नौकर को भी पीटा। पुलिस ने बमुश्किल हंगामा शांत कराया और शुभम को भीड़ से बचाते हुए हिरासत में ले लिया। संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद हंगामे की सूचना पर सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह ने भी मौके पर पहुंचकर जानकारी जुटाई। मायके वालों ने पूनम भगत, शुभम व परिवार के अन्य सदस्यों पर यशिका के उत्पीड़न का आरोप लगाया। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। एहतियात के तौर पर पीएसी तैनात कर दी गई है।
मौत पर उठ रहे सवाल
आखिर ऐसी क्या वजह है कि यशिका को जान देने पर मजबूर होना पड़ा। बेटे का यह भी दावा है कि वह क्रिकेट मैच खेलने गया हुआ था और जब वह लौटा तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। सवाल यह है कि पुलिस के आने पर शव बेड पर क्यों मिला। यदि उसने दुपट्टे से फांसी लगाई हुई थी तो पुलिस के आने से पहले शव किसने और क्यों उतारा। वहीं, मायके वालों और पुलिस के आने तक कांग्रेस नेत्री पूनम भगत घर पर नहीं थी। कुछ परिचितों ने उनसे संपर्क किया, जिस पर पूनम भगत का कहना था कि वह विधानसभा प्रभारी के तौर पर भगवानपुर क्षेत्र में थी। घर में क्या हुआ है, इस बारे में उन्हें कुछ जानकारी नहीं है। वहीं, पुलिस कांग्रेस नेत्री के दावे की सच्चाई का भी पता लगा रही है।
पहले भी हुआ था झगड़ा
मायके वालों और स्थानीय निवासियों ने पुलिस को बताया कि करीब 20 दिन पहले भी शुभम और यशिका के बीच झगड़ा हुआ था। तब यशिका ने मायके वालों से शिकायत भी की थी। उन्होंने बेटी को ही समझा बुझाकर मामला शांत करा दिया था। यशिका ने एलएलबी की पढ़ाई की हुई है।
बहुत दुखद, पूरी जाच होनी चाहिए.