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December 12, 2024

बाबा रामदेव की पतंजलि से जुड़ी हैरान करने वाली खबर, दांत चमकाने में मांसाहारी घटक के उपयोग का आरोप, भेजा नोटिस

योग गुरु बाबा रामदेव का हमेशा विवादों से नाता रहा है। सभी वह एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति पर टिप्पणी करके विवादों में घिरते हैं तो वहीं, वर्ष 2014 से पहले बीजेपी की सरकार केंद्र पर बनने के बाद पेट्रोल, रसोई गैस सिलेंडर सस्ता देने का वादा करते हैं। बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि को लेकर अब चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने वाले, धार्मिक विश्वास रखने वाले या फिर हर तरह से मांसाहार से दूरी बनाए रखने वालों का पतंजलि पर बहुत भरोसा बना हुआ है। बहुत से उपभोक्ता इसकी शुद्धता पर आंख बंद करके विश्वास करते हैं, लेकिन हाल ही में पतंजलि से जुड़ी जो खबर सामने आई है, उसने सभी को हैरान कर दिया है। आरोप है कि दिव्य दंत मंजन में ऐसे तत्व इस्तेमाल किए जा रहे हैं, जो मांसाहार की श्रेणी में आते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मंजन में मांसाहारी घटक, पतंजलि को मिला नोटिस

दरअसल, पतंजलि को उसके दंत चिकित्सा उत्पादों में से एक दिव्य दंत मंजन मांसाहारी वस्तु की श्रेणी में आता दिख रहा है। इस वस्तु के उपयोग को लेकर पतंजलि को कानूनी नोटिस भेजा गया है। ये नोटिस वकील शाशा जैन की ओर से जारी किया गया है। उन्होंने अपने इस नोटिस में पतंजलि से इस बात का स्पष्टीकरण मांगा है कि कंपनी हरे रंग यानी शाकाहार का लेबल लगे उत्पाद में Samundra Fen/Cuttlefish जैसे मांसाहारी घटक का उपयोग क्यों कर रही है? (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

शाशा जैन ने पतंजलि के उत्पाद को हरा लेबल करते हुए समुंद्रा फेन के भ्रामक उपयोग पर स्पष्टीकरण मांगा है। शाशा जैन ने इस नोटिस और अपनी बात को प्रमाणित करने वाले सभी दस्तावेज ट्विटर पर शेयर किये हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि-मेरे ध्यान में आया है कि आपकी कंपनी हरे रंग के निशान के साथ दिव्य दंत मंजन के शाकाहारी होने का संकेत दे रही है, लेकिन इसके साथ ही इसमें Samundra Fen का धोखे से इस्तेमाल भी किया जा रहा है। जैन ने नोटिस में कहा कि उत्पाद में एक मांसाहारी घटक समुंद्रा फेन का उपयोग और इसे शाकाहारी उत्पाद के रूप में बेचने से उपभोक्ताओं के अधिकारों और उक्त श्रेणी के उत्पादों के लिए लेबलिंग नियमों का उल्लंघन होता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

पतंजलि से मांगा स्पष्टीकरण
जैन ने कानूनी नोटिस में कह कि उनके परिवार के कुछ सदस्य, रिश्तेदार, सहकर्मी और दोस्त पतंजलि के ‘दिव्य दंत मंजन’ का उपयोग करते हैं और जब उन्हें उत्पाद के भ्रामक उपयोग के बारे में पता चला तो उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुईं। वह स्वयं भी कंपनी के कई उत्पादों की उपयोगकर्ता हैं, लेकिन अब वह पतंजलि उत्पादों का उपयोग करने में असहज महसूस कर रही हैं। उनका कहना है कि उनकी ये असहजता तब तक बनी रहेगी, जब तक उन्हें इस मामले में पतंजलि की ओर से स्पष्टीकरण नहीं मिल जाता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पारदर्शिता की उम्मीद
जैन ने आगे कहा कि पतंजलि से नैतिकता और पारदर्शिता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने की उम्मीद है। Samundra Fen, जो कि एक मछली है, युक्त उत्पाद के लिए हरे निशान का उपयोग, इन मानकों के खिलाफ जाता है। जैन ने कंपनी से इस नोटिस की प्राप्ति के 15 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण की मांग की है। इसमें विफल रहने पर कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू की जाएगी। अधिवक्ता की ओर से ट्विटर पर अपलोड की गई तस्वीरों के अनुसार, पतंजलि के उपरोक्त उत्पाद में सामग्री की सूची में ‘Samundra Fen’ (सेपिया ऑफिसिनैलिस) शामिल है, जिसे आम तौर पर कटलफिश के रूप में भी जाना जाता है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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