डॉ. नित्यानंद के आदर्श पालन के लिए उत्तराखंड में सशक्त भू कानून आवश्यकः तरुण विजय

उत्तरांचल उत्थान परिषद की ओर से परिषद के संस्थापक डॉ. नित्यानंद की 98वीं जयंती को ‘ग्राम गौरव दिवस’ के रुप में मनाया गया। इस मौके पर राज्यसभा से पूर्व सांसद एवं मुख्य वक्ता तरुण विजय ने कहा कि डॉ. नित्यानंद के आदर्शों का पालन करने के लिए उत्तराखंड में सशक्त भू कानून आवश्यक है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने उत्तराखंड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों एवं सीमांत क्षेत्र की संवेदनशीलता एवं राज्य गठन के बाद से यहां के गांवों से निरंतर पलायन, बाहरी प्रदेशों के लोगों एवं बड़े-बड़े महानगरों के पूंजीपतियों के द्वारा बेरोकटोक लगातार जमीनों की खरीद-फरोख्त तथा बड़ी संख्या में उत्तराखंड में बसने से यहां के जनसांख्यिकीय बदलाव को उत्तराखंड पर जनसांख्यकीय आक्रमण बताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उत्तराखंड निर्माण के बीज विचारक डॉ नित्यानन्द की जयन्ती के मौके पर विशिष्ट वक्ता के रूप में गढ़वाल विश्व विद्यालय श्रीनगर गढ़वाल के प्रति कुलपति राकेश भट्ट, शिक्षाविद डॉ. एसके बंसल ने भी डॉ. नित्यानंद के जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम संयोजक देवी दत्त चौनियाल एवं सह संयोजक यशोदानन्द कोठियाल ने संयुक्त रूप से किया। इससे पहले तरुण विजय ने दीप प्रज्ज्वलित कर डॉ. नित्यानंद की भावपूर्ण स्मृति में उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दे कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया था।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।