भर्ती परीक्षाओं में नकल के मामले में अब एक बीजेपी विधायक के भाई पर एसटीएफ की नजर, अब तक बीजेपी नेता सहित 18 गिरफ्तार
इससे पहले यूकेएसएसएससी भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक व नकल करवाने के सरगना हाकम सिंह रावत को देर रात एसटीएफ की टीम देहरादून लेकर पहुंची थी। बैंकाक से हाकम सिंह रावत 9 अगस्त को भारत पहुंच चुका था। एसटीएफ ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश के बार्डर आराकोट से हाकम सिंह को हिरासत में लिया था। वहीं, उत्तरकाशी के रहने वाले जिला पंचायत सदस्य एवं बीजेपी नेता हाकम सिंह ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा था कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है फिलहाल जांच चल रही है ऐसे में कुछ बोलने से उन्होंने ने इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि पुलिस कांग्रेस के दबाव में काम कर रही है। उधर, भाजपा ने उत्तरकाशी के जिला पंचायत सदस्य और अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक मामले मे आरोपी हाकम सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के निर्देश पर उन्हे 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हाकम सिंह रावत की भाजपा के एक पूर्व मुख्यमंत्री सहित सत्ता के गलियारे में कई नेताओं और नौकरशाहों से गहरी निकटता है। बीजेपी के कई नेताओं के साथ उसकी फोटो सोशल मीडिया में भी वायरल की जा रही है। देहरादून स्थित एसटीएफ के मुख्य कार्यालय में उससे पूछताछ की गई है। जिसके बाद एसटीएफ ने हाकम सिंह रावत को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में कुछ और बड़े नेताओं की भी गिरफ्तारी हो सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बताया कि चार व पांच दिसंबर 2021 को हुए स्नातक स्तर के पेपर से पहले हाकम सिंह रावत का परिचित व लेनदेन का हिसाब किताब रखने वाले शिक्षक तनु शर्मा ने 20 से 22 छात्रों को रायपुर स्थित अपने कमरे में पेपर देकर पेपर हल करवाया था। वहीं 25 से 30 छात्रों को वह धामपुर ले गया था, जहां उसने परीक्षा की तैयारी करवाई थी। इसके बाद सभी छात्रों को उनके परीक्षा सेंटर पर छोड़ा था। आरोपितों ने प्रति अभ्यर्थी के साथ 12 से 15 लाख रुपए का सौदा किया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसमें कुछ एडवांस के तौर पर तो कुछ परीक्षा में पास होने के बाद देने का वादा किया गया था। पेपर को लेकर जब शिकायत होने लगी तो कुछ अभ्यर्थी ऐसे थे कि जिन्होंने रुपए देने से मना कर दिया। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व हुई भर्ती में भी हाकम सिंह रावत का नाम सामने आ रहा है। ऐसे में रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की जाएगी। गिरोह में उत्तर प्रदेश से भी कुछ लोगों के जुड़ने के संकेत मिले हैं। धीरे-धीरे कड़ियां जोड़कर उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एसटीएफ स्नातक स्तर की परीक्षा में पेपर लीक से लेकर अन्य भर्तियों में नकल के संबंध में हाकम सिंह रावत से पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि हाकम ने अपने करीबियों को भी नहीं छोड़ा।उसने अपनी एक करीबी परिचित महिला से भी चार लाख रुपये लिए और स्नातक स्तर की परीक्षा में नकल करवाई, जिसमे महिला अच्छी रैंक से पास हुई। अब एसटीएफ की रडार पर यह महिला भी आ गई है। किसी भी समय महिला की गिरफ्तारी हो सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है प्रकरण
गौरतलब है कि उत्तराखंड में उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की पिछले साल हुई स्नातक स्तर की परीक्षा में स्नातक स्तर की परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले छह युवकों को हाल ही में उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने गिरफ्तार किया। ये गिरफ्तारी अलग-अलग जगहों से की गई है। इस मामले में एक आरोपी से 37.10 लाख रूपये कैश बरामद हुआ। जो उसके द्वारा विभिन्न छात्रों से लिया गया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच एसटीएफ को सौंपी थी। इस मामले में बेरोजगार संघ के प्रतिनिधिमंडल की ओर से सीएम को शिकायत की गई थी। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से चार और पांच दिसंबर 2021 को आयोजित स्नातक स्तर की परीक्षा में हुई थी। इसमें अनियमितता के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंप कर युवाओं ने कार्रवाई की मांग की थी। इस मामले में अब तक कुल 18 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।