उत्तराखंड में महिला अत्याचारों के आंकड़े भयावह, कांग्रेस करेगी प्रदेशव्यापी आंदोलनः सूर्यकांत धस्माना

जिस प्रदेश की रीड की हड्डी महिला हो। जिस प्रदेश को देश और दुनिया में देवभूमि के नाम से पुकारा जाता हो, उस प्रदेश उत्तराखंड में महिलाओं के खिलाफ हत्या, बलात्कार, दहेज हत्या व दहेज उत्पीड़न समेत हिंसा के मामले देश के पर्वतीय राज्यों में नंबर एक पर हैं। यह विषय सरकार के साथ साथ पूरे प्रदेश के लिए शर्मनाक है। यह बात आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने अपने कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कही। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि सूचना के अधिकार में एक अधिवक्ता नसीमुद्दीन की ओर से उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय से प्राप्त सूचना से वर्ष 2013 में उत्तराखंड राज्य में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की विभिन्न श्रेणियों के अपराधों का खुलासा हुआ है, वह बेहद खौफनाक है। ये आंकड़े उत्तराखंड जैसे शांतिप्रिय माने जाने वाले राज्य के लोगों के लिए ना केवल शर्म का विषय है, बल्कि डराने वाला आंकड़ा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि राज्य में एक साल में बलात्कार के 422 मामले, दहेज हत्या के 48 मामले, दहेज उत्पीड़न के 1016 मामले, महिला अपहरण के 698 मामले, महिलाओं पर हमले व मारपीट के 624 मामले और महिला अपमान के 26 मामले दर्ज हैं। ये इस बात की पुष्टि करते हैं कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ हिंसा लगातार बढ़ रही है। कानून का डर अपराधियों के दिमाग से समाप्त हो गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि राज्य में इस वर्ष भी महिलाओं के खिलाफ बलात्कार हत्या व दहेज उत्पीड़न के मामलों में वृद्धि हुई है। सबसे खराब बात यह है कि ताकतवर लोग व सत्ता धारी पार्टी के लोग महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराधों में शामिल हैं। सत्ता के संरक्षण के कारण ऐसे अपराधियों के हौसले अपराध करने के लिए और बुलंद हो जाते हैं। धस्माना ने कहा कि राज्य में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी अब प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू करेगी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।