राज्य आंदोलनकारियों का धरना दूसरे दिन भी जारी, 28 दिसंबर को निकाली जायेगी सरकारी झूठ की शव यात्रा
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आज शहीद स्मारक स्थल में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी सयुंक्त मंच के तत्वावधान में धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। राज्य आंदोलनकारियों को राजकीय सेवाओं में 10 फीसद क्षैतिज आरक्षण बहाल करने के साथ ही आंदोलनकारियों के चिह्नीकरण की प्रक्रिया पूर्ण करने की मांग को लेकर से धरना दिया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
संयुक्त मंच के संयोजक क्रांति कुकरेती ने कहा कि सरकार की मंशा साफ नहीं है। वह केवल आंदोलनकारियों को बरगलाने में लगी है। पहले मार्च 2023 में सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर सूचना विभाग की ओर से जारी उपलब्धियों के पहले नम्बर पर ही आंदोलनकारियों को 10 फीसद आरक्षण देने की बात कही। उसके बाद पत्रकार वार्ता में भी इस बात को दोहराया गया। प्रवर समिति का कार्यकाल तीन बार बढ़ाने के बाद किसी तरह एक्ट तैयार हो पाया। उसके बाद 15 दिन के भीतर विशेष सत्र आहूत राजभवन भेजने की बात कही गई। इस बात को अब लगभग कर 45 दिन हो चुके हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि सरकार लगातार झूठ बोल रही है। झूठे विज्ञापन जारी कर रही है। इसलिए कल 28 दिसंबर को हम सरकारी झूठ की शव यात्रा निकालेंगे और उसका दहन करेंगे। ताकि सरकार सत्य की राह पर लौट आए। आज आंदोलन को समर्थन देने के लिए उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी भी पहुंचे। भुवन कापड़ी ने कहा कि स्वयं संसदीय कार्य मंत्री ने सदन में 15 दिनों के भीतर विशेष सत्र की बात की थी। मगर डेढ़ माह बाद भी वह इस मुददे पर बात करने को तैयार नहीं है। इसलिए अब सरकार को अविलंब सत्र आहूत करके आरक्षण विधेयक मंजूर करना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आज के धरने में बैठने वालों में विमल जुयाल, राम किशन, मोहन सिंह रावत, सुनीता ठाकुर, अंबुज शर्मा, विनोद असवाल, सूर्यकांत शर्मा, अजय शर्मा, बाल गोविंद डोभाल, हरदेव रावत, मुन्नी खंडूरी, मीरा गुसाईं, यशोदा रावत , राजेश्वरी रावत, दुर्गा रतूड़ी, सावित्री पंवार, प्रभात डंडरियाल, धर्मानन्द भट्ट, क्रांति कुकरेती आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।