यूपी के हाथरस में संत्संग के दौरान मची भगदड़, 121 लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश के हाथरस में सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के गांव फुलरई में आयोजित भोले बाबा के सत्संग दौरान मची भगदड़ में करीब 121 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। साथ ही इस हादसे में 150 से अधिक श्रद्धालु घायल भी हो गए हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख व्यक्त किया है और हादसे की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस हादसे की अलीगढ़ मंडल के वरिष्ठ अफसर की कमेटी जांच करेगी। एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ की अध्यक्षता में इस कमेटी का गठन किया गया है। शाम को हाथरस के जिलाधिकारी आशीष कुमार पटेल ने बताया कि हाथरस में 50 से 60 शव लाए गए हैं। वहीं एटा सीएमओ के मुताबिक, अब तक एटा में 27 शव पहुंच चुके हैं। एसएसपी एटा राजेश कुमार ने बताया कि एटा पहुंचे 27 शवों में 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल है। देर रात तक मरने वालों संख्या बढ़कर 121 हो चुकी थी। साथ ही करीब 150 लोग घायल हैं। अस्पतालों में अचानक बड़ी संख्या में घायल पहुंचने के चलते इलाज की व्यवस्था करना भी मुश्किल हो गया था। जानकारी के मुताबिक, पर्याप्त एंबुलेंस नहीं होने के चलते घायलों को बस-टैंपों में लादकर जिला अस्पताल ले जाया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्थानीय लोगों के मुताबिक मंगलवार को हाथरस के सिकंदराराऊ के रत्तीभानपुर में सत्संग हो रहा था। सत्संग में करीब 5 से 10 हजार लोग जुटे हुए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक गर्मी ज्यादा थी और भगदड़ हो गई। इस भगदड़ के दौरान नीचे गिरे लोगों के ऊपर से दूसरे लोग भागने लगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हाथरस की दुर्घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इस मामले में कार्यक्रम के आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जाएगी। प्रशासन आयोजकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बाबा नारायण साकार हरि के सत्संग में मची भगदड़
हाथरस में बाबा नारायण साकार हरि के सत्संग में भगदड़ मची। पुलिस के मुताबिक, फुलरई गांव में नारायण साकार हरि का सत्संग चल रहा था। सत्संग वाली जगह छोटी थी और भीड़ बहुत ज्यादा थी। नारायण साकार हरि एटा के बहादुर नगरी गांव के रहने वाले हैं। उनकी शुरुआत पढ़ाई लिखाई यहीं हुई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कॉलेज के बाद वो आईबी में नौकरी करने लगे और बाद में आध्यात्म की तरफ मुड़ गए। उन्होंने बाद में अपना नाम बदलकर नारायण साकार हरि रख लिया। वह गेरुआ कपड़े नहीं पहनते और सफेद सूट, टाई और जूते में नजर आते हैं। उनकी उत्तर प्रदेश के जिलों में अच्छी पैठ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राष्ट्रपति ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई दुर्घटना में महिलाओं और बच्चों सहित अनेक श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार हृदय विदारक है। मैं अपने परिवारजनों को खोने वाले लोगों के प्रति गहन शोक संवेदना व्यक्त करती हूं तथा घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने भी घटना पर जताया दुख
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने अपने एक एक्स पोस्ट में लिखा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस के सत्संग में भगदड़ मच जाने से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर बेहद पीड़ादायक है। हादसे के दृश्य अत्यंत हृदयविदारक हैं। शोकाकुल परिवारों के प्रति हम गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। सरकार एवं प्रशासन से आग्रह करते हैं कि घायलों के उपचार में कोई कमी न रखें व पीड़ितों को त्वरित मुआवज़ा उपलब्ध कराया जाए। विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि हादसे में पीड़ित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाएं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राहुल गांधी ने इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ताओं से किया अनुरोध
राहुल गांधी ने भी हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। सरकार और प्रशासन से अनुरोध है कि घायलों को हर संभव उपचार एवं पीड़ित परिवारों को राहत उपलब्ध कराएं। INDIA के सभी कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि राहत और बचाव में अपना सहयोग प्रदान करें।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।