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August 4, 2025

एसआरएचयू ने सिंगल यूज प्लास्टिक खात्मे की तरफ बढ़ाया एक और कदम, रिसाइकिल के लिए भेजी पहले खेप

देहरादून के डोईवाला स्थित स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जॉलीग्रांट ने सिंगल यूज प्लास्टिक खात्मे की तरफ एक और कदम बढ़ाया है। कुलपति डॉ. विजय धस्माना ने 500 किलोग्राम प्लास्टिक कचरे के साथ प्लास्टिक बैंक वैन को हरी झंडी दिखाकर एसडीसी के सहयोग से आइआइपी के लिए रवाना किया।

देहरादून के डोईवाला स्थित स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जॉलीग्रांट ने सिंगल यूज प्लास्टिक खात्मे की तरफ एक और कदम बढ़ाया है। कुलपति डॉ. विजय धस्माना ने 500 किलोग्राम प्लास्टिक कचरे के साथ प्लास्टिक बैंक वैन को हरी झंडी दिखाकर एसडीसी के सहयोग से आइआइपी के लिए रवाना किया। यहां पर प्लास्टिक वेस्ट का 70 फीसदी रिसाइकिल कर डीजल बनाने में इस्तेमाल किया जाएगा।
एसआरएचयू में प्लास्टिक बैंक से 500 किलोग्राम प्लास्टिक कचरे के पहले बैच को लेकर वैन को भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (आइआइपी) के लिए रवाना किया गया। कुलपति डॉ. विजय धस्माना व प्रति कुलपति डॉ. विजेंद्र चौहान ने संयुक्त रुप से वैन को हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर कुलपति डॉ. विजय धस्माना ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हम प्रतिबद्ध हैं। यह हम सभी की एक सामाजिक व नैतिक जिम्मेदारी है। विश्वविद्यालय सौर ऊर्जा व जल संरक्षण के क्षेत्र में मिसाल कायम कर चुका है। अब प्लास्टिक बैंक के रुप में प्लास्टिक वेस्ट का सही निस्तारण हो पाएगा।
उन्होंने कहा कि बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन की थीम के साथ सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक के लिए जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। वहीं, निश्चित समय अंतराल पर इस संबंध में छात्र-छात्राओं सहित स्टाफकर्मियों को जागरूक भी किया जाता है। प्रति कुलपति डॉ. विजेंद्र चौहान ने कहा कि यदि घर से ही गीले व सूखे कूड़े को अलग कर दिया जाए तो इसका निस्तारण आसान हो जाता है। प्लास्टिक बैंक के संचालन से समाज में पर्यावरण संरक्षण व प्लास्टिक उन्मूलन को लेकर जागरुकता बढ़ेगी। इस दौरान डॉ.सीएस नौटियाल, डॉ.आलोक सकलानी, डॉ. संचिता पुगाजंडी, डॉविनीता कालरा, गिरीश उनियाल भी मौजूद रहे।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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