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April 19, 2025

सपा नेता आजम खान को सुप्रीम कोर्ट से राहत, अंतरिम जमानत की मंजूर, अजीबोगरीब तथ्यों को देखते मिली जमानत

समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने आजम खान को अंतरिम जमानत दी है। कोर्ट ने कहा कि लंबित मामलों में निचली अदालत से नियमित जमानत लें। नियमित ज़मानत मिलने तक अंतरिम ज़मानत जारी रहेगी।

समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने आजम खान को अंतरिम जमानत दी है। कोर्ट ने कहा कि लंबित मामलों में निचली अदालत से नियमित जमानत लें। नियमित ज़मानत मिलने तक अंतरिम ज़मानत जारी रहेगी। सुप्रीम कोर्ट ने आजम खान को दो हफ्ते के भीतर संबंधित अदालत के समक्ष नियमित जमानत के लिए आवेदन करने की स्वतंत्रता दी। कोर्ट का कहना है कि सक्षम अदालत की ओर से नियमित जमानत का फैसला होने तक अंतरिम जमानत जारी रहेगी।
केस के अजीबोगरीब तथ्यों को देखते हुए मिली जमानत
कोर्ट ने जमीन पर कब्जा और ठगी मामले में उन्हें अंतरिम जमानत दे दी है। अनुच्छेद 142 के तहत विशेषाधिकार का इस्तेमाल कर ये बेल दी गई है। वहीं दो हफ्ते में ट्रायल कोर्ट में नियमित जमानत याचिका दाखिल करने के निर्देश भी दिए हैं। नियमित जमानत पर फैसले तक अंतरिम जमानत जारी रहेगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केस के अजीबोगरीब तथ्यों को देखते हुए अंतरिम जमानत दे रहे हैं। इससे पहले मंगलवार को सपा नेता की अंतरिम जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा था।
यूपी सरकार का तर्क
यूपी सरकार ने कोर्ट को बताया था कि याचिकाकर्ता मामले के जांच अधिकारी को धमकाया भी गया था। जब आजम खां का बयान दर्ज किया जा रहा था तब भी जांच अधिकारी को धमकाया गया था। आजम खां भी कानून में मौजूद उपाय के तहत उपयुक्त कोर्ट में FIR को रद्द करने की मांग करें। वो भू माफिया हैं और आदतन अपराधी हैं।
आजम के वकील ने दिया तर्क
वहीं अर्णब मामले का हवाला देते हुए कोर्ट में कहा गया कि उस मामले में एक तरह के केस थे, लेकिन आजम पर अलग-अलग मामलों में FIR दर्ज हैं। वहीं आज़म के वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि पिछले दो सालों से तो आजम जेल में ही बंद हैं तो धमकाने की बात कहां आती है? यूपी सरकार उनके मुवक्किल को राजनीतिक द्वेष का शिकार बना रही है।
पिछली सुनवाई में भी कोर्ट ने जताई थी हैरानी
पिछली सुनवाई में अदालत ने हैरानी जताई थी कि जब सब केसों में जमानत हो गई तो आजम के खिलाफ नया केस कैसे दर्ज हुआ। क्या ये मात्र संयोग है या कुछ और? यूपी सरकार इस पर जवाब दाखिल करे। सपा नेता आजम खां की जमानत पर फैसला नहीं आने पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी भी जताई थी।
पांच माह से हाई कोर्ट में फैसला सुरक्षित
कपिल सिब्बल ने कहा कि आजम खां जेल में हैं, जबकि हाईकोर्ट ने उनकी जमानत अर्जी पर फैसला चार दिसंबर को ही सुरक्षित किया है। अभी तक उनकी जमानत पर अदालत ने फैसला सुनाया नहीं है। इसके चार महीने बीत जाने पर आजम खां ने अंतरिम जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। आजम ने आरोप लगाया कि राजनीतिक बदले के कारण यूपी सरकार जानबूझकर देरी करा रही है।
सीतापुर जेल में बंद हैं आजम खान
सपा नेता आजम खान इन दिनों सीतापुर जेल में बंद हैं। आजम खान सिर्फ एक मामले में ही जेल में बंद हैं। कुल दर्ज 89 मुकदमों में से आजम खान को 88 में जमानत मिली हुई है। सुप्रीम कोर्ट ने 89 वें मामले में आजम खान को अंतरिम जमानत दी है। आजम खान समाजवादी पार्टी के टिकट पर रामपुर से विधायक हैं। उन्होंने इस सीट पर बीजेपी ने आकाश सक्सेना हराया। 2019 में वह लोकसभा का चुनाव भी जीते थे, लेकिन यूपी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। वहीं आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम भी इस बार स्वार सीट से जीते हैं।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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