भारत में कोरोना के कहर से कुछ राहत, घटे नए केस, उत्तराखंड में मौत ने तोड़ा रिकॉर्ड, सख्त कर्फ्यू, देखें नियम

भारत में कोरोना के ताजा मामलों में सोमवार 10 मई को मामूली राहत दर्ज की गई। पिछले कई दिनों से लगातार चार लाख से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे थे, लेकिन सोमवार को यह संख्या तीन लाख 66 हजार के आस-पास रही। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में देश में 3,66,161 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके बाद कुल संक्रमितों की तादाद 2 करोड़ 26 लाख 62 हजार 575 हो गई है। राहत की बात ये है कि इस दौरान ठीक होने मरीजों की संख्या 3 लाख 53 हजार 818 है। अब तक कुल 1 करोड़ 86 लाख 71 हजार 222 लोग इस वायरस के प्रकोप से मुक्त हो चुके हैं। सोमवार को एक्टिव मरीजों में महज 8589 मरीजों का इजाफा हुआ है, हालांकि चिंता की बात ये है कि अभी भी एक्टिव मरीजों की संख्या 37 लाख 45 हजार 237 पर बनी हुई है।
उत्तराखंड में नए केस घटे, मौत ने तोड़ा रिकॉर्ड
उत्तराखंड में रविवार कोरोना से लिहाज से कुछ राहत भरा रहा। लगातार दूसरे दिन नए संक्रमितों की संख्या घटी है। वहीं, मौत ने रिकॉर्ड बनाया। नौ मई की शाम स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश में 5890 नए संक्रमित मिले, वहीं, 2731 लोग स्वस्थ हुए। रविवार को सर्वाधिक 180 लोगों की मौत हुई। इससे पहले गुरुवार को छह मई को सर्वाधिक 151 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी। वहीं, उत्तराखंड में अब 11 मई से लेकर 18 मई तक सख्ती से कोविड कर्फ्यू लगा दिया गया है।
उत्तराखंड में शुक्रवार सात मई को 24 घंटे में सर्वाधिक 9642 नए कोरोना संक्रमित मिले थे और 137 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी। शनिवार आठ मई से नए संक्रमितों की संख्या कम होने लगी। इस दिन 8390 नए संक्रमित मिले थे। अब तक प्रदेश में नए संक्रमितों के मामले में तीन बार आठ हजार का आंकड़ा एक दिन में पार हो चुका है। वहीं, पहली बार नौ हजार का आंकड़ा शुक्रवार को पार हुआ था। यदि टीकाकरण की बात की जाए तो रविवार को को 458 केंद्र में 22855 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए। ये आंकड़ा भी कम है। एक दिन पहले शनिवार को 48553 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए थे।
वर्तमान में 74114 एक्टिव केस
उत्तराखंड में अब कुल एक्टिव केस 74114 हैं। अब प्रदेश में कोरोना से कुल संक्रमितों की संख्या 244273 हो गई है। इनमें से 161634 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। अब तक प्रदेश में कोरोना से कुल 3728 लोगों की मौत हो चुकी है।
सर्वाधिक नए संक्रमित दून में
रविवार को भी नए संक्रमितों में सर्वाधिक 2419 देहरादून में मिले। उधमसिंह नगर में 919, हरिद्वार में 733, टिहरी गढ़वाल में 415, पौड़ी में 272, नैनीताल में 232, चमोली में 229, उत्तरकाशी में 225, पिथौरागढ़ में 215 संक्रमित मिले। अन्य जिलों में आंकड़ा सौ से नीचे है। सबसे कम संक्रमित बागेश्वर में पांच मिले। वहीं यहां टेस्ट भी 127 के किए गए।
फ्लाइंग स्क्वाड गठित
सरकारी के साथ ही निजी अस्पतालों में बेड की उपलब्धता और पारदर्शिता के लिए अब फ्लाइंग स्क्वाड गठित किया गया है। स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। इसमें कहा गया है कि कुछ चिकित्सालय बेड की उपलब्धता में पारदर्शिता के साथ परिलक्षित नहीं कर रहे हैं। इस कारण से रोगियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अब इस पर कोविड चिकित्सालय में नियंत्रण और निगरानी को क्षेत्र के नगर मजिस्ट्रेट/उप जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक (शहर/ग्रामीण)/पुलिस उपाधीक्षक एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से नामित एक चिकित्सक की संयुक्त टीम का फ्लाइंग स्क्वाड बनाया जाता है। जो समय-समय पर इन कोविड-19 चिकित्सालयों का आकस्मिक निरीक्षण करना सुनिश्चित करेंगें। एवं इसकी सूचना जनपद के जिला मजिस्ट्रेट को नियमित रूप से देना सुनिश्चित करेंगें।
11 मई से सख्त कोविड कर्फ्यू
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री एवं शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल के मुताबिक सिर्फ कल 10 मई को एक बजे तक फल, दूध, सब्जी, मांस, मछली और आवश्यक सेवाों की दुकानें खुलेंगी। शराब और बार बंद रहेंगे। अंतरराज्जीय परिवहन को 50 फीसद अनुमति होगी। साथ ही कारण बताना पड़ेगा। 13 मई को केवल एक बजे तक राशन की दुकानें खुली रहेंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों की रक्षा के लिए सरकार ने ये फैसला लिया है। वही शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने बताया कि कल से उत्तराखंड में 18 से 45 साल के युवाओं के लिए कोविड-19 वेक्सिनेशन का अभियान शुरू हो जाएगा जिसमें 18 से 45 साल के सभी लोग कोविड-19 वेक्सिनेशन की डोज लगाएंगे। जिसकी शुरुआत मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत देहरादून के राधा स्वामी सत्संग प्रांगण में जाकर कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे।
ये हैं नियम
-11 से 18 मई पूरे राज्य में कोविड कर्फ्यू। ये सरकार का पहला चरण है इसके बाद अगला फैसला होगा।
-18 मई सुबह 6 बजे तक कोविड कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया है।
-इस अवधि में केवल सुबह 7 से 10 बजे तक आवश्यक वस्तुओं जैसे फल, सब्जी, दूध, मीट आदि की दुकानें ही खुल सकेंगी। पूर्व में यह दुकानें 12 बजे तक खुल रही थी।
-राशन (परचून) की दुकानें केवल 13 मई को खोले जाने की अनुमति होगी।
-इस अवधि में केवल आवश्यक सेवाओं से जुड़े विभाग ही खुले रहेंगे। इसमें भी 50 प्रतिशत स्टाफ को ही बुलाया जा सकेगा।
-प्रेस के कर्मचारियों के लिए उनकी आईडी ही पास होगा। इंटर स्टेट यात्रियों को 72 घंटे पूर्व की आरटीपीसीआर रिपोर्ट लाना अनिवार्य किया गया है।
-इसके अलावा देहरादून स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराना होगा। -आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट लाने पर ही उन्हें राज्य में आने की अनुमति दी जाएगी।
-प्रवासियों को 7 दिन का आइसोलेशन अवधि अपनी-अपनी ग्राम सभाओं में बनाये गए स्थान में पूरी करनी होगी।
– जब उनमें लक्षण नहीं होंगे तब उन्हें घर भेजा जाएगा। इसका खर्च स्टेट फाइनेंस कमीशन की ग्रांट, एसडीआरएफ फण्ड से किया जाएगा।
-शादी समारोह में केवल 20 लोगों की अनुमति दी गयी है। हालातों को देखते हुए फिलहाल लोग शादी समारोह को स्थगित करने का निर्णय भी अपने स्तर पर ले सकते हैं।
-इसी तरह शव यात्रा में भी 20 लोगों को ही अनुमति होगी।
इंटर स्टेट मूवमेंट में भी 50 प्रतिशत यात्रियों को ले जाने की अनुमति होगी। -वैक्सीनेशन के लिए अगर 18 से 45 वर्ष के व्यक्ति घरों के बाहर निकल रहे हैं तो उन्हें अपना पंजीकरण दिखाना होगा।
-इसी तरह 45 से ऊपर के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जाने की अनुमति होगी।
-ट्रेन या हवाई जहाज से आने वाले यात्रियों को लोकल ट्रांसपोर्टेशन के लिए टिकट दिखाना होगा।
-इसके साथ ही 10 मई को 1 बजे तक दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाएगी। इसके तत्काल बाद कर्फ्यू लागू होगा।
-अब केवल 7 से 10 बजे तक आवश्यक वस्तुओं की दुकानें (फल, सब्जी, दूध, मीट) खुलेंगी।
-इसके साथ ही साथ मंडियों में केवल किसान और रिटेलर को ही आने की अनुमति होगी। इसके अलावा किसी और को अनुमति नहीं होगी।
-राज्य में सभी शिक्षण संस्थान पूरी तरह से बंद रहेंगे। केवल एमबीबीएस व बीडीएस, नर्सिंग कोर्स के अंतिम वर्ष के लिए क्लास चलाई जा सकती हैं।
-निकाय निरंतर रूप से बस अड्डों, मंडियों आदि को सेनेटाईज करते रहेंगे।
-शराब की दुकानें और बार पूरी तरह से बंद रहेंगे। बैंक, आईटी वेंडर, गैस एजेंसी को छूट दी गयी है।
-इसके अलावा ड्रग्स, क्लीनीक्स, पैथ लैब, रिसर्च लैब आदि को छूट दी गयी है।





