केदारनाथ यात्रा मार्ग पर देवदूत बनकर लोगों की जान बचा रहे हैं जवान, तस्वीर बयां कर रही सच्चाई
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इन दिनों उत्तराखंड में चारों धाम की यात्रा चरम पर है। हालांकि, यमुनोत्री और गंगोत्री में जाम लगने और कुछ अव्यवस्थाओं की खबरें भी आ रही हैं। इसके बावजूद यात्रा मार्ग पर तीर्थ यात्रियों की मदद के लिए जवान देवदूत की तरह खड़े हैं। खासकर श्री केदारनाथ धाम दर्शन करने पहुंच रहे किसी तीर्थ यात्री का स्वास्थ्य खराब होने एवं घायल होने की स्थिति में ये जवान महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। केदारनाथ यात्रा मार्ग में तैनात डीडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं सेक्टर अधिकारी की टीमें बीमार एवं घायल व्यक्तियों को तत्काल यात्रा मार्ग में तैनात की गई एमआरपी में उपचार के लिए पहुंचा रही हैं। ऐसे में ये जवान किसी का जीवन बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। हालांकि, हार्ट अटैक व विभिन्न कारणों से चारधाम में पांच दिनों में 12 मौत का समाचार मीडिया में चल रहा है। अब तो ऐसा लिखने में भी डर फैलाया जा रहा है। कारण ये है कि एक पत्रकार ने मौत को लेकर खबर बनाई और उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर दिया गया। हालांकि, ये गलत है। सरकार को किसी भी सवाल को चैलेंज के रूप में लेना चाहिए और उसमें सुधार करना चाहिए। मीडिया पर नकेल कसकर किसी समस्या का हल नहीं हो सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
खैर जो भी सच्चाई हो, लेकिन ये भी सच है कि यात्रा व्यवस्था को कंट्रोल करने में शासन और प्रशासन जुटा हुआ है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से शासन की ओर से यात्रा की व्यवस्थाओं में सुधार के प्रेस नोट जारी हो रहे हैं, लेकिन हमारा भी मानना है कि लोगों में यात्रा के प्रति गलत संदेश ना जाए। ज्यादा उम्र के लोगों के साथ ही अस्थमा या दिल की बीमारी के मरीजों को ऐसी यात्रा से परहेज करना चाहिए। कारण ये है कि अधिक ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी रहती है। यदि शरीर फिट है तो तभी यात्रा का विचार करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने अवगत कराया है कि सेक्टर अधिकारी भीमबली ने अवगत कराया है कि छोटी लिनचोली में एक यात्री का स्वास्थ्य अति खराब है। जो चलने में असमर्थ है। सूचना मिलते ही यात्रा पड़ाव भीमबली में तैनात डीडीआरएफ की टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर घायल यात्री को एमआरपी छोटी लिनचोली से एमआरपी भीमबली लाया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि प्राथमिक उपचार के बाद यात्री को गौरीकुंड के लिए रैफर किया गया। डीडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीम द्वारा उपचार के लिए गौरीकुंड लाया गया। जहां चिकित्सकों ने बताया कि उक्त यात्री की स्थिति सामान्य है। इसी तरह भैंरों मंदिर के पास एक यात्री की अचानक तबियत खराब होने पर डीडीआरएफ की टीम जंगलचट्टी ने यात्री का रेस्क्यू कर गौरीकुंड अस्पपाल उपचार के लिए पहुंचाया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
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उन्होंने बताया कि थारू कैंप के पास घोड़े की टक्कर से एक यात्री के घायल होने पर छोटी लिनचोली आरएमपी ले जाया गया। जहां उसे त्वरित उपचार दिलाया गया। व्यक्ति का स्वास्थ्य ठीक है। यात्रा मार्ग में तैनात सभी सुरक्षा बल की टीमें अपने दायित्वों का निर्वहन बड़ी कुशलता से कर रही हैं। बीमार एवं घायल यात्रियों की सूचना प्राप्त मिलते ही उन्हें नजदीकी एमआरपी में पहुंचाया जा रहा है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।