एमडीडीए के मास्टर प्लान को लेकर सुनवाई पर समाजसेवियों ने जताई आपत्ति, की गई ये मांग
मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2041 को लेकर की जाने वाली सुनवाई और सुझावों की व्यवस्थाओं को लेकर कई समाजसेवियों ने आपत्ति जताई है। उन्होंने इस संबंध में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को पत्र लिखा और सुझाव दिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून में नेशविला रोड एवं ओंकार रोड निवासी जगमोहन मेंदीरत्ता, गजेंद्र वर्मा, अनिल शर्मा, कमलेश गांधी, रमेश चड्ढा, राजेश त्यागी, रंजीत सिंह की ओर से मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण को सुझाव पत्र लिखा गया। इसमें उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान 2041 के संबंध में 300 पेज से ज्यादा का एक ड्राफ्ट तैयार किया है। उस पर जनता से 30 अप्रैल तक अपनी राय रखने का समय निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी आमजन को तो है ही नहीं। ड्राफ्ट के बारे में एक प्रतिशत लोगों को भी पता नहीं है। ना ही राय रखने के संबंध में ही किसी को जानकारी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि इस विषय मे बड़े पैमाने पर जनता के साथ सवांद करने के लिए खुले में मीटिंग कर जनता को इस की जानकारी देनी चाहिए। साथ ही इसकी समय सीमा 30 अप्रैल से बढ़ाकर 30 जून कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकांश मोहल्ले में व्यवसायिक गतिविधियो के लिए अनुमति देने का जो प्रविधान किया है, उससे इस शहर कि शांति पर असर व उसके कारण बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। किसी ही हालात में मोहल्लो में जिम, नर्सिंग होम, हास्टल, मनोरंजन सदन, बारात घर, रेस्टोरेंट्स आदि कि अनुमति नही देनी चाहिए।