पेपर लीक के विरोध में आधी रात को सड़कों पर लगे नारे- पेपर चोर…सीएम और बीजेपी नेताओं के बयान से भड़के युवा

उत्तराखंड अधिनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के पेपर लीक के मामले में धरना दे रहे युवाओं ने देर रात परेड मैदान से आसपास के बाजारों में जुलूस निकाला और सरकार के खिलाफ जोरदार नारे लगाए। युवाओं ने पेपर चोर- गद्दी छोड़ जैसे नारे भी लगाए। युवा परीक्षा को दोबारा कराने की मांग कर रहे हैं। इस मांग को लेकर परेड मैदान के पास युवा आज भी धरने पर डटे रहे। इस दौरान भी पेपर चोर… का नारा बार बार गूंज रहा है। युवा परीक्षा कैंसिल कराने की मांग पर अड़े हैं। परेड ग्राउंड के पास चल रहे धरने में युवाओं को उनके अलग-अलग नेताओं ने संबोधित भी किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दरअसल, पटवारी व अन्य भर्ती के लिए यूकेएसएसएससी का एग्जाम रविवार सुबह 11 बजे प्रदेश के 445 केंद्रों में आयोजित हुआ। इस बीच परीक्षा के आधे घंटे के बाद पेपर लीक होने की सूचना सोशल मीडिया में डाल दी। इसमें पेपर का एक सेट के तीन पन्ने थे। इसे पेपर लीक ना मानते हुए सरकारी तंत्र एक केंद्र में नकल का प्रयास बता रहा है। वहीं, सीएम ने नकल कराने वालों को नकल जेहाद से जोड़ दिया। कारण ये है कि नकल के मामले में इस पर दूसरे धर्म का युवक गिरफ्तार हुआ है। इस पर लोग और भड़क गए। उनका कहना है कि इससे पहले पेपर लीक या नकल के मामले में बीजेपी से जुड़े लोग भी गिरफ्तार हुए हैं। फिर उन्हें कौन से जेहाद का नाम दोगे। लोगों का कहना है कि नकल को भी धर्म से जोड़कर देखा जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राज्य के विभिन्न स्थानों से देहरादून में पहुंचे युवाओं ने परेड ग्राउंड के पास सोमवार 22 सितंबर को धरना शुरू किया गया था। युवा यहां से सीएम आवास कूच करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए उन्हें वहीं पर रोक लिया था। इसके बाद से दिन-रात युवा वहां पर डटे हुए हैं। उनके एक प्रतिनिधिमंडल को मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वार्ता के लिए बुलाया था। बातचीत में कोई नतीजा नहीं निकला। हालांकि, हरिद्वार से युवाओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने सीएम से मुलाकात की और सरकार की हां में हां मिलाते हुए इसे पेपर लीक कहने से इनकार कर दिया। वहीं, धरने पर डटे युवाओं का कहना है कि जो प्रतिनिधिमंडल सीएम से मिला, वो परीक्षार्थी हैं या नहीं, इस पर भी संदेह है। लगातार युवाओं की ओर से परीक्षा रद्द करने की मांग की जा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
युवाओं का आरोप है कि इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। हालांकि, पुलिस इस मामले में जांच जारी रखे हुए है। अब तक दो आरोपियों को पकड़ा जा चुका है। सरकार ने एसआईटी भी गठित कर दी है। एक पूर्व न्यायाधीश से भी जांच कराने संबंधी आदेश जारी कर दिए गए हैं। इस मामले में युवा अपनी मांगों से हटने को तैयार नहीं हैं, लिहाजा वे बुधवार को भी धरने पर डटे रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

परीक्षा पेपर लीक मामले में पिछले चार दिनों से परेड मैदान पर धरना दे रहे बेरोजगारों के बीच आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना पार्टी के अनेक पदाधिकारियों के साथ उनको समर्थन देने पहुंचे। दोपहर एक बजे से लेकर शाम करीब चार बजे तक कांग्रेसी धरने पर भी बैठे। आंदोलनरत नौजवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह बेरोजगार युवाओं को कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और पूरी पार्टी का पूर्ण समर्थन देने धरना स्थल पर पहुंचे हैं। कांग्रेस पार्टी का एक एक कार्यकर्ता और सभी नेतृत्व एक मत प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के साथ मजबूती से खड़ा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर धस्माना ने कहा कि प्रदेश की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने राज्य के युवाओं बेरोजगारों को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े आठ साल से भाजपा राज में राज्य सरकार के सभी विभागों में भर्तियां बंद पड़ी हैं। जहां भर्तियों के लिए कोई परीक्षा अयोजित की जाती है तो उसका पेपर लीक हो जाता है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य निर्माण के बाद आज जब हम राज्य की पच्चीसवीं वर्षगांठ मनाने की तैयारियां कर रहे हैं, तब इस राज्य के निर्माण की लड़ाई में सबसे आगे की पंक्ति में रहने वाला युवा आज भी आंदोरनरत है। वह अपने रोजगार को भाजपा द्वारा पोषित नकल माफिया से बचने के लिए सड़कों पर संघर्ष कर रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पहले दिन ही इस पेपर लीक कांड की सीबीआई की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में करवाने की मांग सरकार से की थी, किंतु क्योंकि प्रदेश में नकल, पेपर लीक और भर्तियों के घोटाले में भाजपा से जुड़े अनेक लोगों के नाम उजागर होते रहे हैं। इसलिए भाजपा सरकार सीबीआई की जांच से कन्नी काट रही है। धस्माना ने कहा कि बीते रविवार यूकेएसएसएससी परीक्षा के पेपर लीक से पहली रात उत्तराखंड भर्ती घोटाले और पेपर लीक का सरगना भाजपा नेता हाकम सिंह को गिरफ्तार किया गया। तभी यह बात हवा में तैरने लगी थी कि हो ना हो रविवार को होने वाला पेपर कहीं लीक ना हो गया हो। वही हुआ जिसकी आशंका थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि अगर सरकार कहती है कि पेपर लीक से उसका कोई संबंध नहीं है और इसमें संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी तो सरकार सीबीआई जांच से क्यों घबरा रही है। उन्होंने कहा कि सारे मामले का दूध का दूध और पानी के पानी करने के लिए इस प्रकरण की सीबीआई जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में कराने से ही होगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस नेता धस्माना ने युवाओं को आश्वस्त किया कि कांग्रेस पूरी ताकत से इस लड़ाई को लड़ेगी और शुक्रवार 26 सितंबर को इसी मांग को लेकर राज्यभार के जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस धरना आयोजित करेगी। व मांग ना माने जाने पर आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री आवास व राज्यपाल आवास कूच का कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूर्यकांत धस्माना के साथ धरने में कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के मीडिया सलाहकार सरदार अमरजीत सिंह, प्रदेश महामंत्री जगदीश धीमान, प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शाह, प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर प्रतिमा सिंह, प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट, श्रम प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिनेश कौशल, महानगर उपाध्यक्ष राजेश उनियाल, युवा इंटक के प्रदेश अध्यक्ष पंकज क्षेत्री, सुनीत सिंह, चंद्रपाल शामिल रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एसआईटी को दी गई है जांच
रविवार 21 सितंबर को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर के तीन पन्ने लीक होने के मामले की शिकायतों की जांच एसआईटी करेगी। राज्य सरकार ने एसआईटी को जांच रिपेार्ट देने के लिए एक महीने का समय तय किया है। ये जांच एसआईटी हाईकोर्ट के रिटायर जज की निगरानी में काम करेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन निलंबित, पुलिसकर्मी भी हटाए
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूके एसएसएससी) की स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर सेंटर से बाहर भेजने के मामले में हरिद्वार पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने परीक्षा केन्द्र आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज, बहादरपुर जट में ड्यूटी पर तैनात रहे दो पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके अलावा असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को भी निलंबित कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि इसी कॉलेज से पेपर लीक हुआ था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
निलंबित पुलिसकर्मियों में सब इंस्पेक्टर रोहित कुमार और कांस्टेबल ब्रह्मदत्त जोशी शामिल हैं। दोनों पर परीक्षा ड्यूटी के दौरान संवेदनशीलता और सतर्कता न बरतने का आरोप है। एसएसपी ने इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का आदेश पारित किया है। मामले की जांच सीओ रुड़की नरेन्द्र पंत को सौंपी गई है। एसएसपी ने निर्देश दिए हैं कि एक सप्ताह के भीतर जांच पूरी कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।