एक ईंच का आकार, 24 आंखें और तीन पैर, लकवा या हार्ट अटैक देने वाला जहर, देखिये इस जीव की वीडियो
इस धरती पर कई तरह के जीव जंतु हैं। इनमें से कुछ लोगों को हैरान कर देते हैं। साथ ही वे उत्सुकता भी बने रहते हैं। बात समुद्र की करें तो इसकी सतह में अलग-अलग प्रकार के जीव-जंतु रह रहे हैं। इनमें से कुछ जीवों की खोज हो गई है और कुछ जीवों की खोज की जा रही है। हाल ही में वैज्ञानिकों के एक दल ने समुद्र में एक ऐसी मछली की खोज की है, जो 24 आंखों से देखती है। इस मछली की लंबाई एक इंच से भी कम है और यह बेहद खतरनाक है। इस मछली में इतना जहर है कि किसी इंसान के संपर्क में आने पर उसे हर्ट अटैक या लकवा हो सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तालाब से बाहर आया अजीबोगरीब जीव
कुछ समय पहले हांगकांग के एक तालाब से अजीबोगरीब जीव बाहर आया था। इस जीव की 24 आंखें थीं। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह जीव असल में एक बेहद जहरीले जेलीफिश की नई प्रजाति का सदस्य है। हांगकांग के माई पो रिजर्व के एक छोटे से तालाब में यह जीव मिला था, जिसका शरीर एक इंच से भी कम लंबा और पारदर्शी है। इसकी तीन लंबी टांग हैं, जो फैलाने पर 10 सेमी तक बढ़ सकती हैं। यह बॉक्स जेलीफिश की नई प्रजाति है। इस जीव की 24 आंख हैं, जो चार-चार के छह ग्रुप में बंटी हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आंखों का रहस्य, जहर है बेहद खतरनाक
इस जीव की आंखें संवेदी अंग में छिपी होती है, जिन्हें रोपालियम कहा जाता है। बॉक्स जेलीफिश का नाम उनके शरीर के आधार पर रखा गया है। इसके लंबे और पतले पैर होते हैं, जिनसे यह विष छोड़ता है। इसका जहर कुछ ही मिनटों में लकवा, कार्डियक अरेस्ट और यहां तक मौत की भी वजह बन सकता है। इस जेलीफिश की करीबी प्रजाति ऑस्ट्रेलियाई बॉक्स जेलीफिश है जो दुनिया के सबसे विषैले समुद्री जानवरों में से एक हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
24 आंखों के साथ मौजूद हैं तीन टांगें
इस मछली को वैज्ञानिकों ने हांगकांग के माई पो रिजर्व के एक तालाब में पाया है। खास बात यह है कि इस मछली की 24 आंखें है, जो कि इसे अन्य जीवों से अलग बनाती हैं। यह आंखें चार-चार आंखों के छह समूह में बटी हुई हैं। वहीं, इस मछली की तीन टांगें हैं, जो कि फैलने पर 10 सेंटीमीटर तक फैल सकती हैं। वहीं, इस मछली का शरीर पारदर्शी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
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इस यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने की खोज
हांगकांग बैप्टिस्ट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने हाल ही में विशेष प्रकार की 24 आंखों वाली मछली की खोज की है। वैज्ञानिकों का यह कहना है कि यह मछली जेलीफिश की नई प्रजाति है। अकादमिक जर्नल जूलॉजिकल स्टडीज में पिछले महीने छपे एक शोध में लिखा गया-क्यूबोज़ोआ वर्ग, जिसे आम तौर पर उसके चौकोर आकार के कारण बॉक्स जेलीफिश के रूप में जाना जाता है। इसकी लगभग 50 प्रजातियां हैं। दुनिया के सबसे जहरीले जीवों में इसका नाम आता है। हांगकांग बैपटिस्ट यूनिवर्सिटी के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की एक टीम ने तीन साल तक जेलिफिश का अध्ययन किया और पाया कि माई पो नेचर रिजर्व में तालाब में झींगे से ज्यादा यह जेलीफिश हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दिया गया जेलीफिश को ये नाम
जेलीफिश की यह प्रजाति इस क्षेत्र में अपनी तरह का एकमात्र जीव है। वैज्ञानिकों ने रिजर्व के सम्मान में इसे ट्रिपेडेलिया माईपोएंसिस नाम दिया है। प्रमुख शोधकर्ता प्रोफेसर किउ जियानवेन ने कहा, ‘यह प्रजाति वर्तमान में सिर्फ माई पो में पाई जाती है।’ हालांकि उनका यह भी मानना है कि जेलीफिश की यह प्रजाति दूर भी पाई जा सकती है। यह खोज बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि चीन के पानी में पहली बार यह जेलीफिश देखी गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कितनी जहरीली है यह मछली
वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह मछली काफी जहरीली है। इस मछली के पैरों में जहर मौजूद होता है। यह इतनी जहरीली होती है कि इसके संपर्क में आने से किसी भी व्यक्ति को हार्ट अटैक या लकवा हो सकता है। इस मछली की करीबी प्रजाति की बात करें, तो वह ऑस्ट्रेलियाई बॉक्स जेलीफिश है। इस मछली की गिनती भी सबसे खतरनाक समुद्री जीवों में होती है। इस समुद्री जीव की आंखें रोपालियम में छिपी होती हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस तरह मिली जेलीफिश
वैज्ञानिकों ने नई प्रजाति की जेलीफिश का पता लगाने के लिए 2020 से 2022 की गर्मियों में खारे पानी के तलाब में जेलीफिश के सैंपल इकट्ठा किए थे, जिसमें यह खतरनाक मछली मिली है। इस मछली को स्थानीय लोग गीई-वाई कहते हैं। वहीं, इसे लेकर अंतरराष्ट्रीय जर्नल जूलोजिकल स्टडिज में जानकारी दी गई थी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।