भारत में कोरोना की तीसरी लहर आने के संकेत, नहीं थम रहा दैनिक संक्रमितों का आंकड़ा, उत्तराखंड में भी आया उछाल
गुरुवार की सुबह की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 38465 मरीज ठीक हुए हैं। रिकवरी रेट की बात करें तो यह 97.38 फीसद है। भारत में कुल सक्रिय मामलों की बात करें तो संख्या 403840 है। टीकाकरण की बात करें तो पिछले 24 घंटे में 4392697 वैक्सीनेशन हुआ है। अब तक कुल 450706257 वैक्सीनेशन किया गया है।
फिर पांव पसार रहा है कोरोना
देश में कोरोना के मामले एक बार फिर से पांव पसारने लगा है। पिछले 20 दिनों में बुधवार को सबसे ज्यादा मामले सामने आए थे। 50 फीसद केरल से और 30 फीसद मामले महाराष्ट्र और उत्तर पूर्व के राज्यों से हैं। दूसरी लहर के दौरान 4 लाख से गिरकर रोजाना 1 लाख मामलों के आंकड़े आने में 37 दिन लगे। अब 51 दिनों से रोजाना मामलों के आंकड़े 40 हजार के आसपास थम से गए हैं। आखिर क्या वजह है कि मामलों की रफ्तार घट नहीं रही। बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर बरकरार है। केरल, महाराष्ट्र और उत्तर पूर्व के राज्य सबसे ज्यादा चिंता का सबब बने हुए हैं। दूसरी लहर के दौरान जिस तरह शुरुआती दिनों में मामले गिरते नजर आए वो रफ्तार अब थम सी गई है।
आईएमए के सेक्रेटरी जनरल ने कहा कि सोशल गैदरिंग्स का काफी असर होता है। जैसे उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा बंद कर दिया गया था और ईद के बारे में हमने गवर्नमेंट को पाबंदी लगाने की चेतावनी दी थी, लेकिन दूसरे स्टेट ने अपना डिसीजन ले लिया था। ये एक तरह की चेतावनी है। तीसरी लहर की आने की आशंका है।
उत्तराखंड में बढ़ रहे एक्टिव केस
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक दिन की राहत के बाद कोरोना के नए संक्रमण में फिलहाल हल्का सा उछाल आया है। जैसे जैसे सब कुछ खुल रहा है। नेता राजनीतिक कार्यक्रमों में भीड़ जुटा रहे हैं और नियमों का अनुपालन नहीं कर रहे हैं, ऐसे में कोरोना को थामना मुश्किल होता दिख रहा है। फिलहाल नियमों का पालन जरूरी है। उत्तराखंड में बुधवार 28 जुलाई की शाम को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरोना के 60 नए संक्रमित मिले। राहत की बात ये है कि इस अवधि में किसी की मौत नहीं हुई। वहीं, एक्टिव केसों की संख्या भी धीरे धीरे बढ़ती जा रही है। मंगलवार 27 जुलाई को कोरोना के 43 नए संक्रमित मिले थे। इस अवधि में दो मरीजों की कोरोना से जान चली गई थी।प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू की अवधि अब तीन अगस्त की सुबह छह बजे तक है।
अब तक कुल 7361 मौत
उत्तराखंड में अब कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 341934 हो गई है। इनमें से 327864 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान 46 लोग स्वस्थ हुए। एक्टिव मरीजों की संख्या अब 672 हो गई है। मंगलवार को एक्टिव केस 659 थे। अब तक प्रदेश में कुल 7361 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। मौत की दर 2.15 फीसद पर स्थिर है। रिकवरी 95.89 फीसद है।
ब्लैक फंगस से राहत
उत्तराखंड में ब्लैक के नए केस कम मिल रहे हैं। 28 जुलाई को ब्लैक फंगस के चार नए केस मिले। किसी मरीज की मौत नहीं हुई। वहीं, 4 मरीज को डिस्चार्ज किया गया। अब तक विभिन्न अस्पतालों में ब्लैक फंगस के 555 मामले दर्ज किए गए। इनमें अब तक 124 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। वहीं, 212 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
पिछले सात दिन के आंकड़े
उत्तराखंड में मंगलवार 27 जुलाई को कोरोना के 43 नए संक्रमित मिले थे। सोमवार 26 जुलाई को 54 नए संक्रमित, रविवार को 25 जुलाई को 51 नए केस, शनिवार 24 जुलाई को कोरोना के 33 नए संक्रमित, शुक्रवार 23 को कोरोना के 11 नए संक्रमित, गुरुवार 22 जुलाई को प्रदेश में कोरोना के 56 नए संक्रमित, बुधवार 21 जुलाई को 37 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। सात मई को सर्वाधिक 9642 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। 15 मई को सर्वाधिक 197 मौत दर्ज की गई थी।
टीकाकरण की में उतार चढ़ाव
उत्तराखंड में यदि टीकाकरण की बात की जाए तो बुधवार 28 जुलाई को 470 केंद्रों में 3382 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए। मंगलवार 27 जुलाई को 612 केंद्रों में 40946 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए। सोमवार 26 जुलाई को 574 केंद्रों में 31930 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए। रविवार 25 जुलाई को 206 केंद्र में 19721 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए। शनिवार 24 जुलाई को 438 केंद्रों में 25729 लोगों को, शुक्रवार 23 जुलाई को 570 केंद्रों में 47795 लोगों को, गुरुवार 22 जुलाई को 597 केंद्रों में 41968 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।