Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

September 12, 2025

शहबाज शहीफ चुने गए पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री, इमरान खान की पार्टी ने किया चुनाव का बहिष्कार

शहबाज शरीफ पाकिस्तन के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं। संसद में सोमवार को बहुमत परीक्षण के लिए मतदान हुआ, जिसमें उन्हें 174 वोट मिले। इस दौरान पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी ने चुनाव का बहिष्कार किया।

शहबाज शरीफ पाकिस्तन के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं। संसद में सोमवार को बहुमत परीक्षण के लिए मतदान हुआ, जिसमें उन्हें 174 वोट मिले। इस दौरान पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी ने चुनाव का बहिष्कार किया। शरीफ के प्रधानमंत्री बनने के साथ ही उम्मीद की जा सकती है कि पाकिस्तान में पिछले कई दिनों से जारी सियासी तूफान भी थम जाएगा।
पाकिस्तान में नया प्रधानमंत्री चुने जाने के लिए संसद का सत्र शुरू किया गया। इमरान खान को सत्ता से बेदखल करने के बाद प्रधानमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज़ शरीफ एक कट्टर यथार्थवादी हैं और इतने सालों में उन्होंने एक स्पष्ट व्यक्ति होने की प्रतिष्ठा हासिल की है। तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के 70 वर्षीय छोटे भाई शहबाज़ मुल्क के सबसे ज्यादा आबादी वाले और राजनीतिक रूप से अहम पंजाब प्रांत के तीन बार मुख्यमंत्री रहे हैं। यह पहली बार है जब उनकी पार्टी पीएमएल-एन – खासकर इसके सुप्रीमो नवाज़ शरीफ ने प्रधानमंत्री पद के लिए उनके नाम पर सहमति व्यक्त की है।
पूर्व राष्ट्रपति और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरादरी ने संयुक्त विपक्ष की बैठक में प्रधानमंत्री पद के लिए शहबाज़ के नाम का प्रस्ताव रखा था। बता दें, शनिवार देर रात संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में एक अविश्वास प्रस्ताव के जरिये इमरान खान को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया।
तहरीक-ए इंसाफ के प्रधानमंत्री कैंडीडेट शाह महमूह कुरैशी ने प्रधानमंत्री के चयन के लिए वोटिंग का बहिष्कार किया था। पाकिस्तान में नए प्रधानमंत्री के चुनाव से पहले पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी ने संसद से इस्तीफा देने का फैसला किया। ARY न्यूज के अनुसार इससे पहले इमरान खान ने कहा था कि वह “चोरों” के साथ सदन में नहीं बैठेंगे।

Bhanu Bangwal

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *