दूसरी मंजिल की खिड़की तोड़कर फरार हुए सात बाल अपराधी, मचा हड़कंप
उत्तराखंड के नैनीताल जिले में हल्द्वानी स्थित किशोर संप्रेक्षण गृह में दूसरी मंजिल की खिड़की की ग्रिल और जाली तोड़कर सात बाल अपराधी फरार हो गए। सुबह जब इस घटना का पता चला तो हड़कंप मच गया। सूचना पर एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी, एसपी, सीओ समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। सभी बच्चों के बारे में जानकारी जुटाकर टीमें तलाश के लिए लगा दी गईं हैं। परिवार वालों और दोस्तों से संपर्क किया जा रहा है। सभी बच्चे नशे के भी लाती बताए जा रहे हैं।
राजकीय महिला कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय परिसर में किशोर सम्प्रेषण गृह भी बनाया गाय है। यहां से फरार होने वाले बच्चे कुछ दिन पहले की चोरी के मामलों में रखे गए थे। रात के समय बच्चों ने बैरक की खिड़की के ग्रिल टेड़ी की और जाली फाड़ दी।
इसके बाद चादरों की रस्सी बनाकर खिड़की से जमीन तक लटका दी। इसी रस्सी के सहारे सातों नीचे उतरे और परिसर की दीवार पर सीढ़ी लगाकर बाहर चले गए। वहीं सुबह करीब पांच बजे चौकीदार महेंद्र पाल ने चादर लटकी देखी तो हड़कंप मचा। स्टाफ ने इसकी जानकारी अपने अफसरों को दी। इसका पता लगते ही पुलिस में भी हड़कंप मच गया।
किशोर संप्रेषण ग्रह में कुल 13 बच्चे रखे गए थे। संगीन आपराधिक वारदातों में निरुद्ध छह बच्चों को प्रथम तल में रखा गया था। वहीं, चोरी के मामलों में निरुद्र सात बच्चों को द्वितीय तल में रखा गया था। ऊपरी हिस्से के बैरक में राजपुरा निवासी रितिक, शंकर, शुभम उर्फ शिवम, योगेश उर्फ लक्की, गोजाजली निवासी उमेर, सुभाष नगर लालकुआं निवासी गौतम थापा गैस गोदाम रोड मुखानी निवासी हिमांशु आर्य थे।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।