एसडीआरएफ फ्लड रेस्क्यू टीम ने टिहरी झील में नवनिर्मित फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन पर स्पीड रेस्क्यू मोटर बोट का किया डेमोस्ट्रेशन
SDRF फ्लड रेस्क्यू टीम ने जनपद टिहरी गढ़वाल में एसडीआरएफ पोस्ट कोटि कॉलनी टिहरी झील पर राज्य के प्रथम फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन पर स्पीड रेस्क्यू मोटर बोट व दो रेस्क्यू मोटर बोट का डेमोस्ट्रेशन प्रस्तुत किया।
डीजीपी अशोक कुमार ने आपदा के मौकों पर रेस्क्यू अभियान तेज करने के लिए टिहरी झील में एक फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन की स्थापना करने के साथ ही आपदा एवं राहत कार्यों को गति देने के लिए 115 हार्सपावर की दो रेस्क्यू मोटर बोट व 150 हार्सपावर की स्पीड रेस्क्यू मोटर बोट के माध्यम से एसडीआरएफ की क्षमता को बढ़ाया। यह फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन चलायमान है। इसे झील में कहीं भी ले जाया जा सकता है। यह 50 व्यक्तियों का स्टेशन है। किसी भी बड़ी घटना होने पर घायलों को स्पीड रेस्क्यू मोटर बोट से तुरन्त किया जा सकता है। रेस्क्यू कर प्रभावित को इस फ्लोटिंग स्टेशन पर लाया जा सकता है। जहां पर अस्पताल तक ले जाने से पूर्व फर्स्ट एड दिया जा सके।
वॉटर रेस्क्यू में SDRF की भूमिका
वर्ष 2014 में SDRF के गठन के पश्चात SDRF द्वारा राज्य भर में आपदा संवेदनशील स्थानों पर व्यवस्थापित रहते हुए महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया जाता रहा है। किसी भी प्रकार की आपदा चाहे वो जमीनी हो या पानी से सम्बंधित। SDRF ने प्रत्येक क्षेत्र में बढ़ चढ़कर रेस्क्यू कार्य किये है।
SDRFकी वाटर रेस्क्यू की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। SDRF ने गठन के पश्चात नदियों के किनारे होने वाली दुर्घटनाओं में अनेकों वॉटर रेस्क्यू कर कई लोगो के जीवन की रक्षा की है। जल्द ही एक वाटर रेस्क्यू विशेषज्ञ कंपनी का गठन भी किया जाना प्रस्तावित है। इसके साथ ही नई तकनीक से सुसज्जित उपकरणों के माध्यम से रेस्क्यू कार्य को और अधिक सुगम किया जा रहा है। अत्याधुनिक उपकरण जैसे सोनार सिस्टम, अंडरवाटर ड्रोन, रेस्ट ट्यूब,मोटरबोट, राफ्ट , डीप डाइविंग इक्विपमेंट्स इत्यादि के साथ SDRF डीप डाइविंग टीम ऋषिकेश, टिहरी व नैनीताल में तैनात है।
SDRF द्वारा किये गए महत्वपुर्ण वॉटर रेस्क्यू
* वर्ष 2017 में पटना में एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर गंगा नदी में डूब गया था। बिहार प्रशासन द्वारा SDRF, उत्तराखण्ड पुलिस से सहायता मांगी गई थी। उक्त घटना में SDRF द्वारा पटना में सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। इसके साथ ही हरियाणा व उत्तरप्रदेश में भी SDRF द्वारा वाटर रेस्क्यू संबंधी महत्वपूर्ण कार्य किये गए है।
* वर्ष 2019 में आंध्रप्रदेश में 72 नौका सवार लोगों के गोदावरी नदी में डूब जाने पर SDRF द्वारा अत्याधुनिक खोजी उपकरण सोनार एवं अंडर वाटर ड्रोन के माध्यम से सर्च एंड रेस्क्यू अभियान चलाकर न केवल लापता शवों को बरामद किया गया बल्कि नदी के गहराई में डूबी नौका का सटीक लोकेशन भी पता किया गया।
* 25 सितम्बर 2021 को मातली,जनपद उत्तरकाशी में भागीरथी नदी में टापू पर फंसे 05 लोगो को SDRF टीम द्वारा सकुशल रेस्क्यू किया गया था।
* 17 सितम्बर 2021 को टिहरी झील में हुई वाहन दुर्घटना में SDRF के डीप डाइवर्स द्वारा आधुनिक उपकरणों का प्रयोग करते हुए डैम में से शवो को खोज निकालने का अत्यधिक चुनोतिपूर्ण कार्य किया।
* माह अक्टूबर 2021 को अतिवृष्टि के उपरांत रुद्रपुर के विभिन्न स्थानों पर जलभराव के कारण कई मकानों में पानी भर गया था। ऐसे में जलभराव वाले स्थानों में फंसे लोगों को समय रहते सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिये SDRF रेस्क्यू टीम द्वारा लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन् चलाया गया। SDRF द्वारा राफ्ट की सहायता से जलमग्न हुए मकानों में जाकर कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुचाया गया।
* दिनांक 19 अक्टूबर 2021 को SDRF रेस्क्यू टीम द्वारा गौहरी माफी,रायवाला जनपद देहरादून में नदी के बीच फंसे 25 गूजरों को सुरक्षित रेस्क्यू किआ गया था।
* अर्धकुम्भ व कावंड़ मेला के दौरान SDRF जवान किसी भी दुर्घटना के दृष्टिगत घाटों पर तैनात रहते है। SDRF जवानों द्वारा मेलों के दौरान सेकड़ो लोगो को डूबने से बचाकर उनके जीवन को सुरक्षित किया गया हैं।
* ढालवाला ,टिहरी व नैनीताल में तैनात SDRF फ्लड टीम द्वारा वॉटर रेस्क्यू घटना के दौरान तत्काल प्रतिवादन करते हुए सेकड़ो लोगो का जीवन सुरक्षित किया है तथा अनेको शव भी बरामद किए है।
SDRF की रेस्क्यू क्षमता को इस फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन व स्पीड मोटर बोट से बढ़ाने का प्रयास किया गया है। किसी भी प्रकार की दुर्घटना से निपटने के लिए अपनी तैयारी बढाई है। पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड,श्री अशोक कुमार का सदैव ही यह प्रयास रहता है कि पुलिस अपनी कार्य दक्षता में वृद्धि के साथ साथ आम जनमानस के हित कलिये भी प्रयासरत रहे। उनकी इसी नेक नियति के फलस्वरूप आज फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन से एसडीआरएफ की कार्यक्षमता में वृद्धि के साथ साथ टिहरी झील क्षेत्रान्तर्गत बसे लोगो की सुरक्षा की ओर एक अहम कदम बढ़ाया गया है।
कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के साथ पुलिस उप-महानिरीक्षक SDRF, एसएसपी टिहरी तृप्ति भट्ट, सेनानायक SDRF नवनीत सिंह, उप सेनानायक SDRF अजय भट्ट, सहायक सेनानायक SDRF अनिल शर्मा, शिविर पाल SDRF राजीव रावत इत्यादि उपस्थित रहे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।