रूस की सेना को यूक्रेन की राजधानी कीव पर चौतरफा हमले के आदेश, भारतीयों को लेकर दूसरा विमान दिल्ली पहुंचा
यूक्रेन की राजधानी कीव में रूसी हमले को नाकाम करने के यूक्रेनी सरकार के दावे के बाद रूस ने सेना को राजधानी पर चौतरफा हमला करने का कथित आदेश दिया है।

अमेरिका का 35 करोड़ डॉलर की मदद का ऐलान
राजधानी कीव में कर्फ्यू सख्त कर दिया गया है। कर्फ्यू तोड़ने वाले हर व्यक्ति पर दुश्मन की तरह कार्रवाई करने के निर्देश सेना को दिए गए हैं। जर्मनी ने यूक्रेन को रॉकेट लांचर की आपूर्ति करने का फैसला किया है। अमेरिका ने यूक्रेन को पहले ही 35 करोड़ डॉलर की सैन्य मदद देने का ऐलान किया है।
प्रतिबंध की तीसरी किश्त का ऐलान
जर्मनी और उसके पश्चिमी सहयोगी देश रूस को SWIFT वैश्विक भुगतान प्रणाली से बाहर करने पर सहमत हो गए हैं। जर्मन सरकार के एक प्रवक्ता ने शनिवार को यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को रोकने के उद्देश्य से लगाए गए प्रतिबंध की तीसरी किश्त का ऐलान किया। संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, कनाडा, इटली, ग्रेट ब्रिटेन और यूरोपीय आयोग के साथ सहमत प्रतिबंधों में रूसी करेंसी रूबल का समर्थन करने के लिए रूस के केंद्रीय बैंक की क्षमता को सीमित करना भी शामिल है। प्रवक्ता ने कहा, नया प्रतिबंध धनी रूसियों और उनके परिवारों के लिए “गोल्डन पासपोर्ट” को भी समाप्त कर देगा और रूस और अन्य जगहों पर व्यक्तियों और संस्थानों को लक्षित करेगा जो यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का समर्थन करते हैं। जर्मन सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि अगर रूस यूक्रेन पर अपने हमले को समाप्त नहीं करता तो यूरोपीय शांति व्यवस्था पर इसका असर पड़ सकता है इसलिए देशों ने और उपायात्मक कदम उठाने की इच्छा पर जोर दिया है।
यूक्रेन का दावा एक हजार से ज्यादा रूसी सैनिक मारे
यूक्रेन के विद्रोहियों के कब्जे वाले दो इलाकों को रूस द्वारा स्वतंत्र घोषित किए जाने के विरोध में अमेरिका ने कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। इन प्रतिबंधों के दायरे में रूसी बैंक, कर्ज, सहायता सहित अन्य चीजे शामिल हैं।
यूक्रेन के शहरों पर रूसी मिसाइलें बरस रही हैं और रूस ने यूक्रेन का एयरबेस और अहम इमारतें ध्वस्त कर दी हैं। यूक्रेन ने कहा कि अब तक 1,000 से अधिक रूसी सैनिक मारे गए हैं। हालांकि, रूस ने हताहतों के आंकड़े जारी नहीं किए हैं। यूएन ने कहा कि 25 नागरिक मारे गए और 102 घायल हो गए।
भारतीयों को लेकर दूसरा विमान पहुंचा दिल्ली
रूस के हमले के बाद यूक्रेन से निकले 250 भारतीयों के साथ एयर इंडिया का दूसरा विमान बुखारेस्ट से दिल्ली पहुंच चुका है। यह विमान तड़के करीब 3 बजे दिल्ली पहुंचा है। इससे पहले 219 भारतीयों को लेकर एयर इंडिया का पहला विमान शनिवार शाम मुंबई हवाई अड्डे पर उतरा था। वह विमान भी रोमानिया के बुखारेस्ट से भारतीयों को लेकर आया था। हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से एक उड़ान आज ही आने वाली है। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद एयरपोर्ट पर यूक्रेन से निकाले गए भारतीयों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी लगातार यूक्रेन के राष्ट्रपति के संपर्क में हैं और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर भारतीय को सुरक्षित भारत लाया जा सके।
तीसरी फ्लाइट ने भी भरी उड़ान
हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से तीसरी फ्लाइट भी दिल्ली के लिए रवाना हो चुकी है। इस फ्लाइट में 240 भारतीय नागरिक हैं, जिन्हें बुडापेस्ट के रास्ते यूक्रेन से निकाला जा रहा है। एयर इंडिया ने कहा कि 219 भारतीयों को लेकर एआई-1944 उड़ान शाम सात बजकर 50 मिनट पर छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी। विमानन कंपनी ने एक छोटा वीडियो भी पोस्ट किया जिसमें भारत लौटने की खुशी में पहले जत्थे को ताली बजाते हुए देखा गया। रूस के हमले के कारण 24 फरवरी की सुबह से यूक्रेन के हवाई क्षेत्र को नागरिक विमानों के संचालन के लिए बंद कर दिया गया है। इसलिए, बुखारेस्ट और बुडापेस्ट से निकासी उड़ानें संचालित हो रही हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल युद्ध प्रभावित यूक्रेन से लौटे भारतीय नागरिकों की अगवानी करने के लिए हवाई अड्डे पर मौजूद थे।
पोलैंड की सीमा पर उत्तराखंड के 140 छात्र फंसे
रूस के हमले के बीच यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे उत्तराखंड के छात्र अब वहां से निकलकर बार्डर पर पहुंच रहे हैं। कई छात्रों का आरोप है कि बीच-बीच में यूक्रेन की सेना उन्हें रोक रही है, जिससे परेशानी हो रही है। यूक्रेन की सेना ने करीब 140 भारतीय छात्रों को रोका हुआ है। छात्रों पर वापस जाने का दबाव बनाया जा रहा है। इसी तरह से कई छात्र यूक्रेन का बार्डर पार कर रोमानिया में पहुंच चुके हैं।
उत्तराखंड के छात्रों की वापसी को कर रहे हर संभव प्रयास
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यूक्रेन में फंसे छात्रों को सकुशल वापस लाने लिए प्रदेश सरकार ने विदेश मंत्रालय से लगातार तालमेल बनाया हुआ है। इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देश के सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी लगातार संपर्क कर छात्रों को सुरक्षित वापस लाने की दिशा में सरकार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखंड में नोडल और सहायक नोडल अधिकारियों की नियुक्ति भी कर दी गई है, जो उत्तराखंड के सभी जनपदों से यूक्रेन में फंसे छात्रों और नागरिकों का डाटा एकत्रित कर रहे हैं। छात्रों की सूची बन चुकी है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।