रूस ने यूक्रेन के दो विद्रोही इलाकों को दी मान्यता, अमेरिका ने लगाई पाबंदियां, यूएन सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने की मांग
रूस और यूक्रेन के बीच चल रही तनातनी के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन के दो विद्रोही और अलगाववादी इलाकों की स्वतंत्रता को मान्यता दे दी है।
टेलीविजन पर पुतिन ने कहा कि मेरा मानना है कि डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक और लुगांस्क पीपुल्स रिपब्लिक की स्वतंत्रता और संप्रभुता को तुरंत पहचानने के लिए एक लंबे समय से लंबित निर्णय लेना आवश्यक है। क्रेमलिन में विद्रोही नेताओं के साथ पारस्परिक सहायता समझौतों पर हस्ताक्षर करने से पहले रूस के राष्ट्रपति ने यह बात कही।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूसी कदम की निंदा की है. उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति और जर्मन चांसलर से बात की है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने रूस के खिलाफ पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया है और अंतरराष्ट्रीय समर्थन मांगा है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने पूर्वी यूक्रेन में रूस द्वारा नए सिरे से मान्यता प्राप्त विद्रोही क्षेत्रों के खिलाफ वित्तीय प्रतिबंधों की घोषणा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने लुगांस्क, डोनेट्स्क के खिलाफ प्रतिबंध लगाए हैं, जबकि रूस पर तुरंत प्रतिबंध नहीं लगाए हैं।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए कहा कि मैंने रूस को अंतरराष्ट्रीय कानून के घोर उल्लंघन से लाभ का मौका देने से इनकार करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। हम अगले कदमों पर यूक्रेन सहित सहयोगी देशों और भागीदारों के साथ लगातार परामर्श कर रहे हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस द्वारा यूक्रेन के दो विद्रोही इलाकों को स्वतंत्र मान्यता देने के कदम की निंदा की है और यूरोपीय संघ से मास्को पर नए प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि अब अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई न करने के लिए बिल्कुल कोई कारण नहीं हैं। हम इसे आगे भी इसी तरह बनाए रखने के लिए सब कुछ करेंगे। हम शांतिपूर्ण और कूटनीतिक तरीके के पक्ष में रहते हैं। हम सिर्फ इसी राह पर चलेंगे। हम अपनी जमीन पर हैं, और हम किसी से नहीं डरते। हमने किसी का कुछ भी बकाया नहीं रखा है। हम किसी को कुछ देंगे भी नहीं। हमें इस पर पूरा भरोसा है।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि रूसी ‘शांति-रक्षक बल’ डोनेट्स्क में आगे बढ़ रहे हैं। जापान के योमीउरी अखबार ने मंगलवार को बताया कि अगर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन पर आक्रमण का आदेश देते हैं तो जापान रूस पर अमेरिकी नेतृत्व वाले प्रतिबंधों में शामिल हो सकता है। इसमें चिप और अन्य प्रमुख प्रौद्योगिकी निर्यात पर प्रतिबंध शामिल है।
एएफपी के मुताबिक संयुक्त राज्य अमेरिका और फ्रांस सहित पश्चिमी देशों ने सहयोगी यूक्रेन में अलगाववादी क्षेत्रों की रूस द्वारा मान्यता देने के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक का अनुरोध किया है। सूत्रों ने कहा कि यूक्रेन से संयुक्त राष्ट्र को लिखे गए एक पत्र के आधार पर बैठक के अनुरोध के पीछे के देशों में यूनाइटेड किंगडम, आयरलैंड और अल्बानिया भी शामिल हैं।
पश्चिमी देशों ने दावा किया है कि रूसी सेनाएं लड़ाकू जेट, टैंक, हेलीकॉप्टर और भारी हथियारों के साथ यूक्रेन की सीमा से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर तैनात हैं। यह सब इस क्षेत्र में एक पूर्ण पैमाने पर युद्ध शुरू करने के रूस के इरादे की ओर इशारा करता है। यूक्रेन ने भी रूस को हमले के प्रति आगाह किया है और कहा है कि दुनिया भर के कई देश पहले से ही मास्को के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहे हैं। यूक्रेन के विदेश मामलों के मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने ट्विटर पर कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि दुनिया बात करती है और फिर प्रतिबंधों पर चलती है।
यूएन सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने की मांग
अमेरिका और फ्रांस सहित उसके सहयोगियों ने सोमवार को रूस द्वारा यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों को मान्यता देने के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने का अनुरोध किया है। इस बारे में राजनयिकों ने एएफपी को बताया है। उन्हीं सूत्रों के मुताबिक, यूक्रेन से संयुक्त राष्ट्र को एक पत्र लिखा गया है। इसके आधार पर इस अनुरोध के पीछे ब्रिटेन, आयरलैंड और अल्बानिया भी शामिल हैं।
औपचारिक रूप से बैठक का समय निर्धारित करने के लिए सुरक्षा परिषद रूस पर निर्भर है। परिषद की बदलती अध्यक्षता में इस बार यह पद रूस के पास है। संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गेई किस्लिट्स्या ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर और प्रक्रिया के नियमों का हवाला देते हुए मांग की है कि उनके देश का एक प्रतिनिधि किसी भी आपातकालीन बैठक में शामिल हो। एएफपी को मिले पत्र में रूसी राजदूत वसीली नेबेंजिया को संबोधित किया गया है। साथ ही पूछा है कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और यूरोप में सुरक्षा और सहयोग संगठन (ओएससीई) के प्रतिनिधि आपात सत्र में भाग लेते हैं।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने कहा कि वह आपातकालीन बैठक का समर्थन करती हैं। उन्होंने एक बयान में कहा कि सुरक्षा परिषद को मांग करनी चाहिए कि रूस संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करे। उन्होंने कहा कि रूस की घोषणा नाटक से ज्यादा कुछ नहीं है, जाहिर तौर पर इसे यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए बहाना बनाने के लिए किया गया है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।