रेणुका सिंह की घातक गेंदबाजी के चलते भारत ने श्रीलंका को हराकर सातवीं बार महिला एशिया कप जीता
पिछले 14 साल में पहली बार फाइनल खेल रही श्रीलंका टीम ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया । वह नौ विकेट पर 65 रन ही बना सकी और भारत ने 8 . 3 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। स्मृति मंधाना ने 25 गेंद में नाबाद 51 रन बनाये। श्रीलंकाई कप्तान चामारी अटापट्टू तीसरे ओवर में रन आउट हो गई जिसके बाद विकेटों का पतझड़ लग गया । अनुष्का संजीवनी भी छह गेंद बाद रन आउट हो गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अगस्त में राष्ट्रमंडल खेलों के बाद से शानदार फॉर्म में चल रही रेणुका सिंह ने हसिनी परेरा को पहली ही गेंद पर पवेलियन भेज दिया । वह कवर में कैच देकर लौटी और उस समय श्रीलंका का स्कोर चार विकेट पर नौ रन था। कविशा दिलहारी भी ज्यादा देर नहीं टिक सकी और श्रीलंका की आधी टीम 16 के स्कोर पर पवेलियन लौट गई । रेणुका की इनकमिंग गेंद को खेलने के प्रयास में वह बोल्ड हो गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राजेश्वरी गायकवाड़ ने निलाक्षी डिसिल्वा के रूप में अपना पहला विकेट लिया। श्रीलंका का स्कोर इस समय आठ विकेट पर 32 रन था और लग रहा था कि टीम 50 रन भी नहीं बना सकेगी । रणवीरा ने हालांकि 22 गेंद में नाबाद 18 रन बनाकर उसे इस शर्मिंदगी से बचाया। भारतीयों ने अनुशासित गेंदबाजी की, लेकिन शॉट चयन खराब रहने के कारण श्रीलंका के बल्लेबाजों को ज्यादा नुकसान हुआ। सेमीफाइनल में पाकिस्तान को हराने वाली श्रीलंकाई टीम उस लय को कायम नहीं रख सकी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भारत ने जवाब में शेफाली वर्मा और जेमिमा रौड्रिग्स के विकेट गंवाये। इसके बाद मंधाना ने टीम को जीत तक पहुंचाया। कप्तान हरमनप्रीत कौर 14 गेंद में 11 रन बनाकर नाबाद रही। मंधाना ने अपनी पारी में छह चौके और तीन छक्के जड़े और ओशाडी रणसिंघे को छक्का लगाकर विजयी रन लिये। अगले साल टी20 विश्व कप से पहले भारत का आत्मविश्वास इस जीत से बढेगा।
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।