उत्तराखंड में कोरोना के नए संक्रमितों से राहत, नए वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य सचिव ने समस्त डीएम को दिए ये निर्देश
उत्तराखंड में मिले दो नए संक्रमित
उत्तराखंड में फिलहाल कोरोना के नए संक्रमितों से राहत है। एक बार फिर से नए संक्रमितों में कमी दर्ज की गई। राहत की बात ये है कि 87वें दिन भी किसी मरीज की कोरोना से मौत नहीं हुई। गुरुवार 22 दिसंबर की शाम को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश में कोरोना के दो नए संक्रमित मिले। इससे एक दिन पहले चार नए संक्रमित मिले थे। राहत की बात ये है कि किसी मरीज की कोरोना से मौत नहीं हुई। यदि टीकारण की बात की जाए तो गुरुवार को 138 केंद्रों में 1777 लोगों को कोरोनारोधी टीके लगाए गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड की पूरी रिपोर्ट पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें, (खबर आगे भी जारी)-2022.12.22 Health Bulletin
कोरोना से अब तक 7751 मौत
उत्तराखंड में एक जनवरी 2022 से लेकर अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 104581 है। इनमें से 100420 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान 3 मरीज स्वस्थ हुए। एक्टिव मरीजों की संख्या 28 है। कोरोना की पहली लहर से लेकर अब तक प्रदेश में कुल 7751 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। वहीं, एक जनवरी 2022 से अब तक 333 लोगों की कोरोना से जान जा चुकी है। मौत की दर 0.32 फीसद है। रिकवरी दर 96.02 फीसद है। सात मई 2021 को सर्वाधिक 9642 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। 15 मई 2021 को सर्वाधिक 197 मौत दर्ज की गई। तीसरी लहर में एक फरवरी 2022 को सर्वाधिक 18 लोगों की मौत दर्ज की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्वास्थ्य सचिव ने समस्त जिलाधिकारियों को लिखा पत्र
उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने समस्त जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर कहा कि वर्तमान में विश्व के कई देशों यथा जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, कोरिया गणराज्य, ब्राजील और चीन
में कोविड–19 रोगीयों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गयी है। कोविड- 19 महामारी अभी भी दुनिया भर में एक सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बनी हुई है। कोविड-19 वायरस के स्वरूप में निरन्तर परिवर्तन होता रहता है एवं समय-समय पर नये वैरिएंट एक जन स्वास्थ्य समस्या के रूप में परिलक्षित होते रहते हैं, अतः मौजूदा वेरिएंट की निगरानी करना महत्वपूर्ण है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसी क्रम में कोविड–19 के संदिग्ध और पुष्ट मामलों को शीघ्र चिन्हित करने, आइसोलेशन, परीक्षण एवं प्रबंधन हेतु भारत सरकार द्वारा जून 2022 में Operational Guidelines for Revised Surveillance Strategy in Context of COVID- 19 जारी की गयी थी। इसके अनुसार आगामी माहों में शीत ऋतु के आगमन के साथ ही कोविड- 19 वैरिएंट के साथ विभिन्न प्रकार के श्वसन तंत्र सम्बंधित रोगों जैसे Influenza like illness (ILI)/ Severe Acute Respiratory Illness (SARI) के संक्रमण प्रसारित होने की संभावना बढ़ जाती है। अतः उपरोक्त के क्रम में कोविड- 19 एवं अन्य श्वसन तंत्र सम्बंधित रोगों (ILI / SARI) की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए दिशा-निर्देशों का जनपद स्तर पर अनुपालन करना सुनिश्चित करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये दिए निर्देश
1. चिकित्सालयों में आने वाले सभी Influenza like Illness (ILI )/ Severe Acute Respiratory Illness (SARI) के रोगियों की कोविड–19 जांच की जाये एवं उक्त सभी रोगियों का विवरण अनिवार्य रूप से आईडीएसपी के अंतर्गत Integrated Health Information Platform (IHIP) पोर्टल में प्रविष्ट किया जाये।
2. आम जनमानस में कोविड-19 से बचाव हेतु कोविड एप्रोप्रियेट व्यवहार के प्रति जागरूकता हेतु विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। त्योहारों के सीजन में भीडभाड वाले स्थानो पर लोगो को मास्क का उपयोग किये जाने के लिए प्रेरित किया जाये।
3. भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार कोविड-19 टीकाकरण कवरेज को बढ़ाया जाये। पूर्ण कोविड-19 टीकाकरण के लिए आम जनता को नियमित रूप से प्रेरित करने हेतु जागरूकता की जाये। हाई रिस्क आबादी में अनिवार्य रूप से टीकाकरण पूर्ण किया जाये ।
4. चिकित्सा ईकाइयों में कोविड-19 संक्रमित रोगियों के उपचार हेतु पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन सिलेण्डर, आक्सीजन कसंनट्रेटर, आक्सीजन बेड, वेंटिलेटर, आई०सी०यू० बेड एवं आवश्यक औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। सम्बन्धित चिकित्सा इकाईयों में स्थापित ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की क्रियाशीलता सुनिश्चित की जाये।
5. दैनिक रूप से राजकीय एवं निजी चिकित्सा इकाईयों में कोविड-19 संक्रमित भर्ती रोगियों की सूचना प्राप्त की जाये एवं रोगियों के स्वास्थ्य दशा की निरन्तर निगरानी करते हुये समीक्षा की जाये । यह सुनिश्चित किया जाये कि कोविड–19 संक्रमित रोगियों को ससमय पूर्ण उपचार प्राप्त हो ।
6. हल्के लक्षण वाले कोविड-19 संक्रमित रोगियों को होम आईसोलेशन में ही उपचार प्रदान किया जाये एवं निरन्तर उनके स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी की जाये। ऐसे रोगियों में किसी भी प्रकार के गम्भीर लक्षण होने पर शीघ्र ही उन्हें सम्बन्धित चिकित्सालय में संदर्भित किया जाये।
7. कोविड- 19 जॉच के लिए आईसीएमआर, भारत सरकार के दिशा निर्देशों का पालन किया जाये।
8. समुदाय स्तर पर यदि किसी जगह कोविड- 19 फीवर अथवा ILI/SARI केस की क्लस्टरिंग मिलती है तो वहां पर त्वरित जांच सुविधा की उपलब्धता एवं निरोधात्मक कार्यवाही की जाये।
9. कोविड- 19 जॉच में RTPCR द्वारा पॉजिटिव पाए गए सभी रोगियों के सैंपल Whole Genome Sequence (WGS) जांच के लिए राजकीय दून मेडिकल कॉलेज को प्रेषित किये जाएं एवं wGs जांच हेतु प्रेषित सभी सैंपलों की सूचना अनिवार्य रूप से आईडीएसपीॉ के अंतर्गत Integrated Health Information Platform (IHIP) पोर्टल में प्रविष्ट किया जाये।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।