उत्तराखंड में भारी बारिश का रेड अलर्ट, दून के स्कूल बंद, पीएम ने किया फोन, सीएम ने ली बैठक, नदी किनारे लाउडस्पीकर से चेतावनी

उत्तराखंड में फिलहाल मौसम डराने लगा है। लगातार बारिश के चलते भूस्खलन हो रहा है। साथ ही सड़कें अवरुद्ध हो रही हैं। बारिश के चलते राज्य के अलग अलग जिलों के स्कूलों में दो से चार दिन तक का अवकाश घोषित किया गया है। आज 11 जुलाई को भी देहरादून सहित नौ जिलों में स्कूल बंद रहेंगे। इस संबंध में जिलाधिकारी ने आदेश जारी कर दिया था। इसके तहत कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के समस्त शासकीय, गैर शासकीय स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखने के आदेश दिए हैं। जिन स्कूल एवं कॉलेजों में परीक्षा कार्यक्रम पूर्व निर्धारित हैं, वह अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार परीक्षाएं संचालित कर सकेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उधर, सोमवार को भारी बारिश के चलते गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी के पास भूसखलन हो गया। इस दौरान मलबे में एक टेम्पो ट्रैवलर सहित दो छोटे वाहन दब गए। हादसे में एक महिला सहित चार लोगों की मौके पर मौत हो गई। वहीं, एक महिला यात्री समेत छह लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। वहीं, राज्यभर से भूस्खलन की सूचनाएं आ रही हैं। इस बीच सरकार ने पर्वतीय इलाकों में रात आठ बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक वाहनों के संचालन पर रोक लगा दी है। वहीं, नदियों का जल स्तर बढ़ने पर नदी किनारे लोगों को पुलिस रात भर सचेत करती रही। ऋषिकेश में चंद्रभागा नदी के किनारे बसे लोगों को लाउडस्पीकर से सचेत किया जाता रहा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वहीं, सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर उत्तराखंड में भारी बारिश के दृष्टिगत प्रदेश की स्थिति के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने जान-माल की क्षति, सड़कों की स्थिति सहित चार धाम यात्रा, कृषि,किसान और फसलों की स्थिति तथा कांवड़ यात्रा के संचालन के बारे में जानकारी प्राप्त की। सीएम ने उन्हें व्यवस्थाओं से अवगत कराया। वहीं, प्रधानमंत्री ने केंद्र से पूरे सहयोग के प्रति मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देर रात सीएम ने किया आपदा कंट्रोल रूम का निरीक्षण
लगातार बारिश के चलते जहां लोग अब डरने लगे हैं, वहीं सरकार भी जाग रही है। देर रात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून सचिवालय स्थित आपदा कन्ट्रोल रूम में औचक निरीक्षण कर प्रदेश भर में जारी बारिश की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग में जिन भी अधिकारियों की ड्यूटी लगी है। उनकी भूमिका ऐसे समय में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। उन्होने कहा सभी अधिकारी 24 घंटे एक्टिव मोड में रहे। सभी जिलों के साथ परस्पर समन्वय एवं संवाद कायम कर काम करें। उन्होंने कहा आपदा काल के दौरान लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की जायेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश भर में नदियों के वर्तमान जलस्तर के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा जो नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। वहां के प्रशासन को अलर्ट किया जाए एवं नदी के आसपास रहने वाले लोगों को अति शीघ्र सुरक्षित स्थानों में भेजा जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश भर में सड़कों की स्थिति सहित चार धाम यात्रा एवं कांवड़ यात्रा के संचालन के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा बाधित सड़कों को तुरंत खोला जाए। जिन स्थानों पर पर्यटक फंसे हैं, उन्हें निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ से फ़ोन में वार्ता कर दारमा, व्यास सहित अन्य घाटियों की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी चमोली से फोन में वार्ता कर मलारी में हुए भूस्खलन, के बारे में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी हरिद्वार एवं उत्तरकाशी से दूरभाष के माध्यम से संबंधित जिलों में बारिश से हुए नुकसान के बारे में जानकारी ली। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री धामी ने सभी जिला अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिन भी स्थानों में लोग फंसे हैं उन्हें अति शीघ्र निकालने की व्यवस्था की जाए साथ ही उनके रहने खाने की पर्याप्त व्यवस्था हो। जिला स्तर पर कोई भी कमी होने पर तुरंत शासन को सूचित किया जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील जनपदों में विशेष सावधानियां सुनिश्चित करने हेतु निर्देश जारी किये जाए। साथ ही उन जनपदों की लगातार मॉनिटरिंग हो।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।