राम मंदिर बना, राम राज्य का इंतजार, क्या धोबी के सवाल सुनेगा राजा?
इस समय पूरा देश राममय होता जा रहा है। अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होने जा रहा है। राम मंदिर का निर्माण बीजेपी के चुनावी एजेंडे में रहा, जो सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पूरा होने जा रहा है। केंद्र सरकार हो या फिर अन्य राज्यों में बीजेपी की सरकार। राम मंदिर के उद्घाटन को सभी ने एक इवेंट का रूप दे दिया। इस बीच खबर ये भी आई कि पीएम मोदी धर्म विरुद्ध काम कर रहे हैं। यजमान के रूप में वह प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग नहीं ले सकते हैं। कारण ये है कि प्राण प्रतिष्ठा में पत्नी को साथ बैठाया जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यहां तर्क दिया गया कि जब भगवान राम ने लंका पर चढ़ाई से पहले अनुष्ठान किया था तो उसमें ब्राह्मण के रूप में रावण आया था। तब ये बात उठी कि पत्नी के बगैर अनुष्ठान नहीं हो सकता है। इस पर रावण ने मेघनाद को सीता के साथ बुलवाया। फिर राम के बगल में सीता को बैठाया। अनुष्ठान पूरा कराया। वापस सीता को लंका ले गया। (विस्तार से खबर देखने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें)
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।