राज्यसभा चुनावः बीजेपी ने हरियाणा में कांग्रेस और महाराष्ट्र में शिव सेना का बिगाड़ा गणित
चार राज्यों की 16 राज्यसभा सीटों पर शुक्रवार को हुए मतदान के बाद हरियाणा और महाराष्ट्र में नियमों के उल्लंघन की शिकायतों के कारण मतगणना में करीब 8 घंटे की देरी हुई।
हरियाणा में चला सियासी ड्रामा
हरियाणा में आधी रात सियासी ड्रामा देखने को मिला। मतगणना के बाद पहले कांग्रेस ने ऐलान कर दिया कि उनके उम्मीदवार अजय माकन जीत गए हैं, लेकिन उसे बाद वोटों को दोबारा से गिनती की गई तो उसमें अजय माकन हार गए। हरियाणा में एक सीट भाजपा के कृष्णलाल पंवार ने जीती है। दूसरी सीट भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा ने जीती है। हरियाणा कांग्रेस ने पहले अजय माकन की जीत की खुशी में ट्वीट भी किया था, लेकिन बाद में उन ट्वीट को डिलिट कर दिया।
महाराष्ट्र में छठी सीट पर महाविकास आघाडी को झटका
महाराष्ट्र में 6 सीटों पर आए निर्णय के मुताबिक महाविकास आघाडी के 3 और बीजेपी के 3 प्रत्याशियों की जीत हुई है। छठी सीट को लेकर महाविकास आघाडी को झटका लगा। इस सीट पर बीजेपी के धनंजय महाडिक ने शिवसेना के संजय पवार को हरा दिया। धनंजय महाडिक को 41.58 और संजय पवार 39.26 वोट मिले। शिवसेना के संजय राउत को 41, कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी को 44 और एनसीपी के प्रफुल पटेल को 43 वोट मिले। वहीं बीजेपी के पीयूष गोयल को 48 और अनिल बोंडे को 48 मत हासिल हुए।
कर्नाटक में बीजेपी तीन और कांग्रेस के खाते में एक सीट
कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा ने राज्यसभा के लिए चार सीटों पर हुए चुनाव में उन तीनों सीट पर जीत दर्ज की, जिसपर उसने अपने उम्मीदवार खड़े किए थे। वहीं, कांग्रेस के खाते में केवल एक सीट आई, जबकि उसने दो सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। वहीं, जेडीएस के खाते में कुछ नहीं गया है।
सुभाष चंद्रा की हार
राजस्थान की बात करें तो वहां कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार जीत गए। भाजपा के हिस्से में एक सीट आई है. हालांकि, भाजपा समर्थित सुभाष चंद्रा हार गए। कांग्रेस ने राजस्थान में राज्यसभा चुनाव में तीन सीटों पर शुक्रवार को आसान जीत दर्ज की। उसके तीनों प्रत्याशी मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला एवं प्रमोद तिवारी जीत गए। परिणाम के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि यह जीत राजस्थान में कांग्रेस की एकजुटता का संदेश है।
भाजपा के आधिकारिक प्रत्याशी घनश्याम तिवाड़ी तो जीत गए, लेकिन उसके समर्थन से मैदान में उतरे निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा हार गए। भाजपा की एक विधायक ने कांग्रेस प्रत्याशी के लिए ‘क्रॉस वोटिंग’ कर पार्टी की किरकिरी करवा दी। पार्टी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है।
हरियाणा और महाराष्ट्र में देर रात गतगणना शुरू
हरियाणा और महाराष्ट्र में निर्वाचन आयोग ने देर रात चुनावों के लिए रिटर्निंग अधिकारियों को मतगणना शुरू करने का निर्देश दिया, जो नियमों के उल्लंघन की शिकायतों के कारण रोक दी गई थी। चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के रिटर्निंग अधिकारी को शिवसेना विधायक सुहास कांडे के वोट को खारिज करने का भी निर्देश दिया है। महाराष्ट्र में मतगणना रोक दी गई थी। क्योंकि विपक्षी भाजपा ने सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के तीन विधायकों – कैबिनेट मंत्री जितेंद्र आव्हाड (राकांपा) और यशोमती ठाकुर (कांग्रेस) और शिवसेना के विधायक सुहास कांडे पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था।
शनिवार की सुबह आया हरियाणा का परिणाम
हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों पर हुए चुनाव का शनिवार के अहले सुबह परिणाम आया। करीब आठ घंटे देर शुरू हुए गिनती के बाद बीजेपी उम्मीवदार कृष्ण लाल पंवार और बीजेपी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा वियजी घोषित हुए। कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन 29 वोट पाकर भी चुनाव हार गए। चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद राज्य के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट कर नवनिर्वाचित राज्यसभा सदस्यों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा कि हरियाणा के नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार और कार्तिकेय शर्मा को मेरी हार्दिक बधाई। उम्मीदवारों की सफलता लोकतंत्र की जीत है। हमारे महान राष्ट्र के विकास में उनकी नई जिम्मेदारियों के लिए मेरी शुभकामनाएं।
यहां समझें हरियाणा में वोटों की गणित
बता दें कि शुक्रवार को हुए मतदान में बीजेपी उम्मीदवार को 31 वोट, निर्दलीय उम्मीदवार को 28 और कांग्रेस उम्मीदवार को 29 वोट मिले। हालांकि, वोटों की गणित कुछ इस तरह बनी कि कार्तिकेय विजयी घोषित हुए। दरअसल, हरियाणा के कुल 90 विधायकों में से, एक निर्दलीय ने मतदान नहीं किया और एक वोट खारिज कर दिया गया। इससे 88 वोट वैध हो गए। यानी हर उम्मीदवार को जीतने के लिए 29.34 वोट चाहिए थे। चूंकि पंवार को 31 वोट मिले थे, ऐसे में उनका 1.66 वोट बीजेपी समर्थित शर्मा के हिस्से चले गए। क्योंकि कार्तिकेय दूसरी वरीयता के उम्मीदवार थे।
माकन 29 वोट पर बने रहे
कार्तिकेय को 29.66 मत (28 + 1.66) मिले, जिससे उनकी जीत हुई. इधर, माकन 29 वोट पर बने रहे। बता दें कि दोनों दलों द्वारा वोट डालने में विधायकों द्वारा नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाने के बाद चुनाव आयोग ने शुक्रवार की देर रात एक बजे आठ घंटे की देरी से वोटों की गिनती शुरू की। वहीं, शनिवार तड़के 3.10 बजे परिणाम की घोषणा की। दरअसल, बीजेपी और निर्दलीय उम्मीदवार ने कांग्रेस विधायकों किरण चौधरी और बीबी बत्रा पर अपने मतपत्र दिखाने का आरोप लगाया था। इधर, कांग्रेस ने चुनाव आयोग से भी संपर्क किया और बीजेपी पर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया को विफल करने की कोशिश करने का आरोप लगाया और परिणामों की तत्काल घोषणा की मांग की।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।